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यमुनानगरः महिला के साथ मारपीट और दुष्कर्म की कोशिश के मामले में जांच के लिए पहुंची महिला आयोग की टीम

पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि वह घर पर थी. इस दौरान गांव के ही 30-35 लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया. उसे कमरे से खींचकर कपड़े फाड़ दिए, दुष्कर्म की कोशिश की गई और बीच बचाव में आए उनके पति को भी पीटा गया.

Yamunanagar
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Published : Jan 24, 2020, 3:44 AM IST

यमुनानगरः मकान के बाहर जगह को लेकर जठनाला थाना इलाके के एक गांव की रहने वाले महिला के घर पर करीब 9 महीने पहले हमला, उसके कपड़े फाड़ने, दुष्कर्म की कोशिश और बीच बचाव के दौरान उसके पति को पीटने के मामले की जांच के लिए हरियाणा राज्य महिला आयोग की टीम गुरुवार को यमुनानगर के महिला थाने में पहुंची. राज्य महिला आयोग की टीम ने शिकायतकर्ता और पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली.

18 मार्च 2019 को हुई थी वारदात
जठलाना थाना इलाके के एक गांव की रहने वाली महिला पक्ष और जयपाल पक्ष के बीच मकान के बाहर जगह को लेकर पुराना विवाद चल रहा था. इसी सिलसिले में महिला की शिकायत पर 18 मार्च 2019 को यमुनानगर के महिला थाने में केस दर्ज हुआ था. महिला ने बताया था कि वह घर पर थी. इस दौरान गांव के ही जयपाल, शिवकुमार, सुरेंद्र, जसविंद्र, रजत, करण, सागर समेत 30-35 लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया. उसे कमरे से खींचकर कपड़े फाड़ दिए, दुष्कर्म की कोशिश की गई और बीच बचाव में आए उनके पति को भी पीटा गया. मामले में पुलिस ने 7 नामजदों को गिरफ्तार किया था.

यमुनानगरः महिला के साथ मारपीट और दुष्कर्म की कोशिश के मामले में जांच के लिए पहुंची महिला आयोग की टीम.

पुलिस पर मामले में ठीक ढंग से कार्रवाई ना करने का आरोप
जिस समय महिला को पीटा गया. उसकी वीडियो बनाई गई थी. महिला ने यह वीडियो महिला आयोग को भेजी. पीड़िता का कहना है कि हमले में वह और उसके पति बुरी तरह से जख्मी हुए थे. लेकिन पुलिस ने यह लिख दिया कि उनके पति के साथ कोई मारपीट नहीं हुई. लगातार अधिकारियों को शिकायत करने के बाद सात लोगों का चालान हुआ. केस को पुलिस ने इतना कमजोर कर दिया कि दूसरे लोगों को तुरंत ही जमानत मिल गई. जांच में उनके केस से दुष्कर्म की कोशिश करने की धारा भी हटा दी गई. वीडियो फुटेज में उन्होंने 15 ओर लोगों की पहचान की. उनके नाम पुलिस को दिए, लेकिन पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की.

आरोपियों ने पीड़िता के घर की तरफ लगाया सीसीटीवी
बाद में आरोपियों ने उनके मकान की तरफ सीसीटीवी लगा दिए. इससे उनकी निजता का भी हनन हो रहा है. दरवाजा भी उनकी जगह में खोल दिया. अब लगातार उन्हें धमकी मिल रही है. जिस पर डीएसपी ने कहा कि यदि कैमरे का मोड इस तरह का है कि पीड़ितों के घर जा रहा है, तो उसे हटा दिया जाएगा. इस केस में जो भी अन्य लोग हैं. उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए. इस मौके पर जांच अधिकारी रामकुमार को भी बुलाया गया था.

एक हफ्ते में कार्रवाई करने और रिपोर्ट देने का आदेश
हरियाणा राज्य महिला आयोग नम्रता गौड़ ने कहा कि इस मामले में पहले तो लग रहा था कि कोई कारवाई नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों से बातचीत कर पता लगा कि इस मामले 7 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. वही काफी लंबा समय हो गया है कई जांच अधिकारी भी बदले है ऐसे में जिसके साथ ये सब हुआ हो उसे ठेस तो लगती है. वीडियो में सभी के फोटो आ रहे हैं. इसके बावजूद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. महिला आयोग ने मामले में एक सप्ताह के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.

इस दौरान नम्रता गौड़ ने बताया कि वो इसी शिकायत के लिए आई है, लेकिन अभी डीएवी कन्या विद्यालय, रैन बसेरों और जेल, महिला थाने का भी दौरा करेंगी. इस प्रकार की कोई भी शिकायत आती है तो हमेशा ही महिला आयोग तुरन्त कारवाई करता है और कही भी जब अपराध को लेकर कोई बैठक होती है, तब भी यही कहा जाता है कि महिलाओं के प्रति अपराध में न ही कोई कोताही बरती जाए और न ही देरी हो.

ये भी पढे़ंः- हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सोनिया अग्रवाल पहुंची पानीपत, लिया महिला सुरक्षा का जायजा

यमुनानगरः मकान के बाहर जगह को लेकर जठनाला थाना इलाके के एक गांव की रहने वाले महिला के घर पर करीब 9 महीने पहले हमला, उसके कपड़े फाड़ने, दुष्कर्म की कोशिश और बीच बचाव के दौरान उसके पति को पीटने के मामले की जांच के लिए हरियाणा राज्य महिला आयोग की टीम गुरुवार को यमुनानगर के महिला थाने में पहुंची. राज्य महिला आयोग की टीम ने शिकायतकर्ता और पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली.

18 मार्च 2019 को हुई थी वारदात
जठलाना थाना इलाके के एक गांव की रहने वाली महिला पक्ष और जयपाल पक्ष के बीच मकान के बाहर जगह को लेकर पुराना विवाद चल रहा था. इसी सिलसिले में महिला की शिकायत पर 18 मार्च 2019 को यमुनानगर के महिला थाने में केस दर्ज हुआ था. महिला ने बताया था कि वह घर पर थी. इस दौरान गांव के ही जयपाल, शिवकुमार, सुरेंद्र, जसविंद्र, रजत, करण, सागर समेत 30-35 लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया. उसे कमरे से खींचकर कपड़े फाड़ दिए, दुष्कर्म की कोशिश की गई और बीच बचाव में आए उनके पति को भी पीटा गया. मामले में पुलिस ने 7 नामजदों को गिरफ्तार किया था.

यमुनानगरः महिला के साथ मारपीट और दुष्कर्म की कोशिश के मामले में जांच के लिए पहुंची महिला आयोग की टीम.

पुलिस पर मामले में ठीक ढंग से कार्रवाई ना करने का आरोप
जिस समय महिला को पीटा गया. उसकी वीडियो बनाई गई थी. महिला ने यह वीडियो महिला आयोग को भेजी. पीड़िता का कहना है कि हमले में वह और उसके पति बुरी तरह से जख्मी हुए थे. लेकिन पुलिस ने यह लिख दिया कि उनके पति के साथ कोई मारपीट नहीं हुई. लगातार अधिकारियों को शिकायत करने के बाद सात लोगों का चालान हुआ. केस को पुलिस ने इतना कमजोर कर दिया कि दूसरे लोगों को तुरंत ही जमानत मिल गई. जांच में उनके केस से दुष्कर्म की कोशिश करने की धारा भी हटा दी गई. वीडियो फुटेज में उन्होंने 15 ओर लोगों की पहचान की. उनके नाम पुलिस को दिए, लेकिन पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की.

आरोपियों ने पीड़िता के घर की तरफ लगाया सीसीटीवी
बाद में आरोपियों ने उनके मकान की तरफ सीसीटीवी लगा दिए. इससे उनकी निजता का भी हनन हो रहा है. दरवाजा भी उनकी जगह में खोल दिया. अब लगातार उन्हें धमकी मिल रही है. जिस पर डीएसपी ने कहा कि यदि कैमरे का मोड इस तरह का है कि पीड़ितों के घर जा रहा है, तो उसे हटा दिया जाएगा. इस केस में जो भी अन्य लोग हैं. उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए. इस मौके पर जांच अधिकारी रामकुमार को भी बुलाया गया था.

एक हफ्ते में कार्रवाई करने और रिपोर्ट देने का आदेश
हरियाणा राज्य महिला आयोग नम्रता गौड़ ने कहा कि इस मामले में पहले तो लग रहा था कि कोई कारवाई नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों से बातचीत कर पता लगा कि इस मामले 7 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. वही काफी लंबा समय हो गया है कई जांच अधिकारी भी बदले है ऐसे में जिसके साथ ये सब हुआ हो उसे ठेस तो लगती है. वीडियो में सभी के फोटो आ रहे हैं. इसके बावजूद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. महिला आयोग ने मामले में एक सप्ताह के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.

इस दौरान नम्रता गौड़ ने बताया कि वो इसी शिकायत के लिए आई है, लेकिन अभी डीएवी कन्या विद्यालय, रैन बसेरों और जेल, महिला थाने का भी दौरा करेंगी. इस प्रकार की कोई भी शिकायत आती है तो हमेशा ही महिला आयोग तुरन्त कारवाई करता है और कही भी जब अपराध को लेकर कोई बैठक होती है, तब भी यही कहा जाता है कि महिलाओं के प्रति अपराध में न ही कोई कोताही बरती जाए और न ही देरी हो.

ये भी पढे़ंः- हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सोनिया अग्रवाल पहुंची पानीपत, लिया महिला सुरक्षा का जायजा

Intro:एंकर हरियाणा राज्य महिला आयोग की टीम एक मामले की जांच के लिए आज यमुनानगर के महिला थाने में पहुंची।शिकायत कर्ता और पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली।और इस मामले में एक हफ्ते तक कि समय सीमा निर्धारित की गई है ।Body:वीओ. जठलाना थाना एरिया के गांव निवासी महिला की शिकायत पर 18 मार्च 2019 को केस दर्ज हुआ था। महिला ने बताया था कि वह घर पर थी। इस दौरान गांव के ही जयपाल, शिवकुमार, सुरेंद्र, जसविंद्र, रजत, करण, सागर समेत 30-35 लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया। उसे कमरे से खींचकर कपड़े फाड़ दिए। दुष्कर्म की कोशिश की गई। बीच बचाव में आए उनके पति को भी पीटा गया। पुलिस ने नामजदों को गिरफ्तार किया था। महिला पक्ष व जयपाल पक्ष के बीच मकान के बाहर जगह को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।

वीडियो भेजी थी महिला आयोग

जिस समय महिला को पीटा गया। उसकी वीडियो बनाई थी। महिला ने यह वीडियो महिला आयोग को भेजी। पीड़िता का कहना है कि हमले में वह और उसका पति बुरी तरह से जख्मी हुए थे। पुलिस ने यह लिख दिया कि उनके पति के साथ कोई मारपीट नहीं हुई। लगातार अधिकारियों को शिकायत करने के बाद सात लोगों का चालान हुआ। केस को पुलिस ने इतना कमजोर कर दिया कि अन्य लोगो को तुरंत ही जमानत मिल गई। फुटेज में उन्होंने 15 ओर लोगों की पहचान की। उनके नाम पुलिस को दिए, लेकिन पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी नहीं की। बाद में आरोपियो ने उनके मकान की तरफ सीसीटीवी लगा दिए। इससे उनकी निजता का भी हनन हो रहा है। दरवाजा भी उनकी जगह में खोल दिया। अब लगातार उन्हें धमकी मिल रही है। जिस पर डीएसपी ने कहा कि कैमरे को दिखा लिया जाएगा। यदि उसका मोड इस तरह का है कि इनके घर जा रहा है, तो उसे हटा दिया जाएगा। इस केस में जो भी अन्य लोग हैं। उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए। इस मौके पर जांच अधिकारी रामकुमार को भी बुलाया गया था।

बाइट महिला आयोग में शिकायत देने वाली पीड़ित

वीओ. नौ माह पहले घर में घुसकर महिला व उसके पति को पीटने और दुष्कर्म की कोशिश करने के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के मामले में आज महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड जांच करने पहुंची। महिला थाने में उन्होंने पीड़िता व पुलिस से बात की। पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनका केस कमजोर किया। चार्जशीट में केवल सात नाम दिए गए। जांच में उनके केस से दुष्कर्म की कोशिश करने की धारा भी हटा दी। जबकि उन्होंने पुलिस को अन्य 15 लोगों के भी नाम दिए थे। इस पर मेंबर नम्रता गौड ने कहा कि यह गंभीर मामला है। मार्च माह के मामले में पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। वीडियो में सभी के फोटो आ रहे हैं। इसके बावजूद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले में एक सप्ताह के अंदर आरोपियो को गिरफ्तार कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए। नम्रता गौड़ ने कहा कि इस मामले में पहले तो लग रहा था कि कारवाई नही हुई लेकिन अधिकारियों से बातचीत कर पता लगा कि इस मामले 7 लोग गिरफ्तार हो चुके।वही काफी लंबा समय हो गया है कई जांच अधिकारी भी बदले है ऐसे में जिसके साथ ये सब हुआ हो उसे ठेस तो लगती है ।इस मामले में एक हफ्ते का समय दिया गया है ।वही नम्रता गौड़ ने बताया कि आज वो इसी शिकायत के लिए आई है अभी डीएवी कन्या विद्यालय ,रैन बसेरों ,और जेल,महिला थाने का भी दौरा करेंगी।और इस प्रकार की कोई भी शिकायत आती है तो हमेशा ही महिला आयोग तुरन्त कारवाई करता है और हर जगह जब कोई अपराध को लेकर बैठक भी होती है तब भी यही कहा जाता है कि महिलाओं के प्रति अपराध में न ही कोई कोताही बरती जाए और न ही देरी हो।

बाइट नम्रता गौड़ हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य Conclusion:
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