यमुनानगरः जिले में तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव का समापन हो गया. गीता जयंती महोत्सव के समापन पर आयोजित हुई सांस्कृतिक संध्या में मशहूर हरियाणवी सिंगर गजेंद्र फोगाट ने भजनों से लेकर संस्कृति से जुड़े गीत गाकर सबको भाव विभोर कर दिया.
गजेंद्र फोगाट और विकास रल्हन में बांधा समां
गजेंद्र फोगाट ने इस दौरान लोगों को सामाजिक कुरीतियों और युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया. गजेंद्र फोगाट के बाद हरियाणा के एक और मशहूर सिंगर विकास रल्हन ने गीता जयंती के पंडाल में बैठे सभी अधिकारियों और जनता को कृष्ण के माहौल में रंग दिया. हर कोई कृष्ण भक्ति में डूबा नजर आ रहा था.
एसडीएम ने भी गाया गाना
कार्यक्रम के समापन से पहले यमुनानगर की एसडीएम पूजा चांवरिया ने निर्गुण ओ प्यारे भजन गाया. जिसकी सभी ने जमकर सराहना की. वहीं विधिवत रूप से गीता की आरती के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ. बाहर से आये कलाकारों को भी प्रशासन ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.
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गायकों ने लोगों को दिया संदेश
गीता जयंती समारोह में आए दोनों ही गायकों ने डिप्रेशन और जीवन की दूसरी समस्याओं से बचने के लिए गीता के ज्ञान को अपने जीवन में अपनाने का संदेश दिया. लेकिन प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी कहीं ना कहीं आम जनता इस तीन दिवसीय कार्यक्रम से दूर दिखी. बाहर से लाए कलाकारों के दम पर भी प्रशासन ज्यादा भीड़ नहीं जुटा पाया.
गीता भारत की पहचान - धनश्याम दास अरोड़ा
वहीं समापन समारोह में आए यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि गीता ग्रन्थ भारत की पहचान है. केवल ये ही ऐसा ग्रन्थ है जो युद्ध भूमि में लिखा गया. कर्म करो, फल की इच्छा न करो, जैसी ऐसी ज्ञान की बातें इस ग्रन्थ में हैं, जिन्हें अपना कर हर कोई अपना जीवन सफल बना सकता है.
इस दौरान विधायक ने कहा कि मनोहर सरकार गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी मना रही है. गीता ग्रन्थ की धूम पूरे विश्व में है. हमारा यही प्रयास है कि गीता ज्ञान घर घर तक पहुंचे. ताकि इस ज्ञान को पाकर समाजिक कुरीतियों से हम दूर रहे और अच्छे और सच्चे, एक स्वस्थ सोच का निर्माण हो.
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