यमुनानगर: पहाड़ों में हुई भारी बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में दिख रहा है. यमुनानगर हथिनीकुंड बैराज में जलस्तर (hathnikund barrage water level) खतरे के निशान के पास पहुंच गया है. जिला उपायुक्त एवं बाढ़ प्रबंधन अधिकारी पार्थ गुप्ता ने बताया कि भले ही पानी के स्तर में बढ़ोतरी हुई हो, लेकिन अभी स्थिति कंट्रोल में है. बाढ़ जैसे संकेत अभी नहीं मिल रहे हैं. बैराज में अभी तक 221000 क्यूसेक पानी है. जिसे दिल्ली की तरफ डायवर्ट किया गया है.
उन्होंने कहा कि यमुना नदी के साथ लगते इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि अगर पानी 250000 क्यूसेक से ऊपर हो जाता है. तब बाढ़ का खतरा बनता है. हथिनीकुंड बैराज (yamunanagar hathnikund barrage) में अभी तक इतना पानी नहीं आया है. फिर भी फ्लड कंट्रोल ऑर्डर जारी हो चुके हैं और फ्लड कंट्रोल लैंडलाइन ऑपरेशनल है.
उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग यमुना के डिस्चार्ज को हर दो घंटे बाद चेक कर रहा है. फ्लड कंट्रोल के लिए बने 13 माइनर पूरे हो चुके हैं और बस एक अधूरा है. नदी के साथ लगते गांवों के लिए विशेष टीमों और जरुरी सामान की व्यवस्था कर दी गई है. जब उनसे बेलगढ़ के पास हाल ही में सिंचाई विभाग द्वारा बनाई गई पटरी के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यदि उसे कोई खतरा बना है तो संबंधित विभाग को इस बारे में जरूर निर्देश देंगे.