यमुनानगर: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में भारत के लोगों को आत्मनिर्भर बनने का मंत्र दिया है. इसी कड़ी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक समाजिक संस्थाए काम कर रही हैं.
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में लगातार प्रयासरत है. नवरात्र के साथ ही देश में त्योहारों का सीजन आ रहा है, ऐसे में लोग अपने घरों को स्वदेशी लडियों से सजाएं इसके लिए हरियाणा ग्रामीण आजिविका मिशन से जुड़ी महिलाओं ने एक कदम और आगे बढ़ाया है.
बता दें कि मौजूदा वक्त में यह महिलाएं स्वदेशी लडियों को तैयार करने में जुटी हैं. समूह की खंड प्रबंधक राजकुमारी ने बताया कि समूह से जुड़ी करीब 30 महिलाएं स्वदेशी रंग बिरंगी लाइट बनाने के कार्य में जुटी हैं. लड़ी पूरी तरह स्वदेशी सामान से बनाई जाएंगी. अभी करीब 1 हजार लड़ियां बनाने का सामान मंगवाया गया है. डिमांड आने पर और सामान मंगवाया जाएगा.
समूह की खंड प्रबंधक राजकुमारी ने बताया कि इस वक्त मार्केट में जो लड़ियां बेची जा रही हैं उसमें 45 फीट की लड़ी के दाम करीब 180 रूपये है, लेकिन उनके द्वारा जो लड़ी तैयार की जाएगी वह 50 फीट की होगी. जिसके दाम 150 रूपये तय किए गए हैं. लडियां मार्केट में बेचने के लिए रादौर में पुराना बस स्टैंड और जठलाना में किसी भी मैन पॉइंट पर, गुमथला बस स्टैंड के पास और क्षेत्र के अन्य मैन पॉइंट पर स्वदेशी महिला ग्रामीण हट के नाम से स्टॉल लगाए जाएंगे.
वहीं, इस मिशन से जुड़ी एक महिला ने बताया की मिशन से जुड़कर उसके जीवन में काफी बदलाव आया है. उन्होंने कहा की मिशन से जुड़कर उन्हें रोजगार के काफी अवसर प्राप्त हुए हैं. कोरोना काल में मास्क बनाने का कार्य किया, वहीं, अब लड़ियां बनाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि अब आर्थिक स्थिति मजबूत होने से उसने अपने आगे की पढ़ाई भी शुरू कर दी है.
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