यमुनानगर: वित्त वर्ष 2021 के लिए केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट की किसान घोर निंदा कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि पहले ही सरकार ने नए कृषि कानून ला कर किसानों को मारने का काम किया है. अब ऊपर से उन्हें इस साल के बजट से जो उम्मीद थी. उसपर भी सरकार बिल्कुल खरी नहीं उतरी है. नए बजट में किसानों को कुछ भी नया नहीं दिया गया है.
किसानों ने कहा कि पिछले दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान पेश किए जा रहे बजट से उन्हें काफी उम्मीद थी. उन्हें लग रहा था कि सरकार किसानों को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती है. जिससे किसानों को फायदा हो, लेकिन 2021 बजट में किसानों को कुछ नहीं दिया गया. किसानों के हाथ खाली है.
इस बजट में भी किसानों के हाथ खाली
किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 7 सालों से ये कह रही है कि वो किसानों की आय दोगुनी करेंगे, लेकिन यहां तो उल्टा ही हो रहा है. एक तरफ तो सरकार हमारी जमीनें लेने के लिए नए कृषि कानून को पास किया है. वहीं अब किसानों के मुद्दे को बजट से भी गायब कर दिया है. ये सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों की है. ये सिर्फ उनके लिए ही बजट पेश करते हैं.
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किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए इस बजट से उन्हें काफी निराशा हुई है. अब किसान आंदोलन को उसके अंजाम तक पहुंचा कर ही किसान अपने घर को लौटेगा.
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