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VIDEO: हरियाणा के इस जिले में ट्रेन आने पर भी खुले रहते हैं फाटक, राहगीरों की जान राम भरोसे - यमुनानगर रेलवे फाटक लापरवाही वीडियो

यमुनानगर के रेलवे वर्कशॉप स्टेशन से वर्कशॉप की तरफ जाने वाली पटरी पर लगने वाले दो फाटक इन दिनों राम भरोसे हैं (yamunanagar railway gates open negligence). यहां खुले फाटक से ही ट्रेन गुजरती रहती है और यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को खुद ही सतर्क रहना पड़ता है.

yamunanagar railway gates open video
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Published : Sep 20, 2021, 8:45 PM IST

यमुनानगर: जिले के रेलवे वर्कशॉप स्टेशन से वर्कशॉप जाने वाली पटरी पर लगने वाले 2 फाटक इन दिनों राम भरोसे हैं (yamunanagar railway gates open video). यहां से रोजाना ट्रेन के डिब्बे और इंजन वर्कशॉप में ठीक होने के लिए तो जाते हैं, लेकिन इस बीच सड़क पर लगते दो फाटक बंद नहीं किए जाते और यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को खुद ही सतर्क रहना पड़ता है. क्योंकि रेलवे के कर्मचारियों को आमजन की जान की कोई परवाह नहीं है. ऊपर से कर्मचारियों का ये भी कहना है कि यहां सिर्फ 6-7 लोगों की ड्यूटी है और वो क्या-क्या करें.

यमुनानगर का रेलवे विभाग कितना लापरवाह है आप तस्वीरें देख कर अंदाजा लगा सकते हैं. यमुनानगर के आईटीआई चौक से फर्कपुर जाने वाली सड़क पर रेलवे वर्कशॉप के पास रेलवे के 2 फाटक हैं, लेकिन ये दोनों फाटक 24 घंटे खुले रहते हैं जबकि रोजाना यहां से ट्रेन के इंजन और डिब्बे रिपेयरिंग के लिए स्टेशन से वर्कशॉप जाते हैं. इस सड़क से रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही भी होती है. आप वीडियो में देख सकते हैं कि फाटक खुला हुआ है और ट्रेन आ रही है. यहां से निकलने वाले वाहन चालक खुद ही ट्रेन देखकर रुक रहे हैं.

हरियाणा के इस जिले में ट्रेन आने पर भी खुले रहते हैं फाटक, राहगीरों की जान राम भरोसे

ये भी पढ़ें- दर्दनाक: सड़क हादसे में 5 फीट दूर जाकर गिरी गर्दन, पत्नी भी गंभीर

यहां ना तो फाटक खोलने वाला कोई है और ना ही बंद करने वाला. वहीं जब वहां मीडियाकर्मी कैमरे चलाने लगे तो एकदम से कुछ कर्मचारी वहां पहुंच गए और एक तरफ की फाटक बंद करने लगे और दूसरी तरफ एक महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ ट्रेन गुजरने का इंतजार कर रही थी. क्योंकि उस तरफ की फाटक बंद नहीं थी. वहीं जब यहां मौजूद कर्मचारी से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया.

इसी बीच एक अन्य कर्मचारी वहां पहुंचा. जिसका कहना था कि यहां पर सिर्फ 6-7 कर्मचारी हैं. ऐसे में वो क्या-क्या काम करें. इसलिए जब ट्रेन यहां से गुजरती है तो लोगों को सीटी बजाकर सचेत किया जाता है. उनका कहना था कि उनकी कोई गलती नहीं है. वहीं कर्मचारी ने एक और तर्क दिया कि यहां से जब ट्रेन गुजरती है तो उसकी बहुत कम स्पीड होती है जिससे कोई खतरा नहीं है. साथ ही उनका कहना था कि फाटक बहुत भारी है इसलिए बंद नहीं कर पाते हैं.

ये भी पढ़ें- नाबालिग की दर्दनाक कहानी: 14 की उम्र में शादी, 15 साल में बनी मां और 3 दिन बाद बच्चा चोरी

बता दें कि, यहां से महज 50 मीटर दूरी पर रेलवे वर्कशॉप है. जहां उत्तर रेलवे के अधिकारियों के भी कार्यालय हैं. इसके बावजूद यहां लापरवाही हो रही है. हालांकि अभी तक कोई हादसा तो नहीं हुआ, लेकिन हादसों को न्योता जरूर दिया जा रहा है. वहीं जब रेलवे प्रबंधन के उच्च अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मिलने से ही मना कर दिया और तर्क दिया कि उनके वर्कशॉप में उच्च अधिकारियों की टीम आई हुई है.

यमुनानगर: जिले के रेलवे वर्कशॉप स्टेशन से वर्कशॉप जाने वाली पटरी पर लगने वाले 2 फाटक इन दिनों राम भरोसे हैं (yamunanagar railway gates open video). यहां से रोजाना ट्रेन के डिब्बे और इंजन वर्कशॉप में ठीक होने के लिए तो जाते हैं, लेकिन इस बीच सड़क पर लगते दो फाटक बंद नहीं किए जाते और यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को खुद ही सतर्क रहना पड़ता है. क्योंकि रेलवे के कर्मचारियों को आमजन की जान की कोई परवाह नहीं है. ऊपर से कर्मचारियों का ये भी कहना है कि यहां सिर्फ 6-7 लोगों की ड्यूटी है और वो क्या-क्या करें.

यमुनानगर का रेलवे विभाग कितना लापरवाह है आप तस्वीरें देख कर अंदाजा लगा सकते हैं. यमुनानगर के आईटीआई चौक से फर्कपुर जाने वाली सड़क पर रेलवे वर्कशॉप के पास रेलवे के 2 फाटक हैं, लेकिन ये दोनों फाटक 24 घंटे खुले रहते हैं जबकि रोजाना यहां से ट्रेन के इंजन और डिब्बे रिपेयरिंग के लिए स्टेशन से वर्कशॉप जाते हैं. इस सड़क से रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही भी होती है. आप वीडियो में देख सकते हैं कि फाटक खुला हुआ है और ट्रेन आ रही है. यहां से निकलने वाले वाहन चालक खुद ही ट्रेन देखकर रुक रहे हैं.

हरियाणा के इस जिले में ट्रेन आने पर भी खुले रहते हैं फाटक, राहगीरों की जान राम भरोसे

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यहां ना तो फाटक खोलने वाला कोई है और ना ही बंद करने वाला. वहीं जब वहां मीडियाकर्मी कैमरे चलाने लगे तो एकदम से कुछ कर्मचारी वहां पहुंच गए और एक तरफ की फाटक बंद करने लगे और दूसरी तरफ एक महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ ट्रेन गुजरने का इंतजार कर रही थी. क्योंकि उस तरफ की फाटक बंद नहीं थी. वहीं जब यहां मौजूद कर्मचारी से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया.

इसी बीच एक अन्य कर्मचारी वहां पहुंचा. जिसका कहना था कि यहां पर सिर्फ 6-7 कर्मचारी हैं. ऐसे में वो क्या-क्या काम करें. इसलिए जब ट्रेन यहां से गुजरती है तो लोगों को सीटी बजाकर सचेत किया जाता है. उनका कहना था कि उनकी कोई गलती नहीं है. वहीं कर्मचारी ने एक और तर्क दिया कि यहां से जब ट्रेन गुजरती है तो उसकी बहुत कम स्पीड होती है जिससे कोई खतरा नहीं है. साथ ही उनका कहना था कि फाटक बहुत भारी है इसलिए बंद नहीं कर पाते हैं.

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बता दें कि, यहां से महज 50 मीटर दूरी पर रेलवे वर्कशॉप है. जहां उत्तर रेलवे के अधिकारियों के भी कार्यालय हैं. इसके बावजूद यहां लापरवाही हो रही है. हालांकि अभी तक कोई हादसा तो नहीं हुआ, लेकिन हादसों को न्योता जरूर दिया जा रहा है. वहीं जब रेलवे प्रबंधन के उच्च अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मिलने से ही मना कर दिया और तर्क दिया कि उनके वर्कशॉप में उच्च अधिकारियों की टीम आई हुई है.

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