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कांग्रेस नेता के बेटे की हत्या का मामला, पुलिस ने दो आरोपी किए गिरफ्तार

Yamunanagar Crime News: हरियाणा के यमुनानगर जिले में बीते शुक्रवार को कांग्रेस नेता राजेंद्र वाल्मीकि के बेटे जानू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

Yamunanagar janu murder case
Yamunanagar janu murder case
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Published : Apr 18, 2022, 6:47 PM IST

यमुनानगर: दलित कांग्रेस नेता के बेटे जानू की हत्या (Yamunanagar janu murder case) के मामले में स्पेशल स्टाफ की टीम ने मात्र 48 घंटे में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. केस की जांच कर रहे डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज राजेश राणा, सेक्टर-17 हुडा थाना प्रभारी जसवीर, विपिन सुरेंद्र की टीम का गठन किया गया था. टीम ने कार्रवाई करते हुए जानू हत्याकांड मामले में जिला कुरुक्षेत्र के बड़ौदा निवासी हरपाल उर्फ नीलू व उमरी निवासी नितेश उर्फ मितू को गिरफ्तार किया है. मृतक जानू यमुनानगर के कांग्रेसी नेता राजेंद्र वाल्मीकि का बेटा था.

आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर लिया जाएगा. टीम ने हत्या के 48 घंटे बाद ही दोनों आरोपियों को दबोच लिया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार दबिश दे रही है. डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि आरोपी हरपाल अवैध शराब का धंधा करता है और वह सचिन पंडित का दोस्त है. सचिन पंडित जानू से रंजिश रखता था. पहले भी जानू पर फायरिंग की थी. सचिन ने 14 अप्रैल को हरपाल के पास फोन किया और कहा कि उसकी एक युवक से रंजिश है.

सचिन ने हरपाल से कहा कि जानू के ऊपर कई बार फायरिंग भी की है, लेकिन वह बच गया, इसलिए वह अपने साथियों को लेकर आ जाए, उसकी हत्या करनी है. 14 अप्रैल को आरोपी हरपाल अपने साथी नितेश सहित पांच युवकों को लेकर आ गया और वे पूरा दिन जानू की रेकी करते रहे, लेकिन उन्हें जानू नहीं मिला. अगले दिन 15 अप्रैल को फिर से आरोपी सचिन पंडित ने हरपाल को जानू की हत्या के लिए कहा.

ये भी पढ़ें- यमुनानगर में गैंगवार: कांग्रेसी नेता के बेटे की आधी रात गोली मारकर हत्या, तीन दोस्त भी घायल

आरोपी हरपाल के पास कार नहीं थी तो सचिन पंडित ने अपनी कार भेजी और हरपाल व नितेश फिर से 5 साथियों के साथ यमुनानगर आ गए. इस दौरान सचिन पंडित ने कहा कि जानू एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जगाधरी विंटेज पैलेस में आएगा. वह वहां पर जाकर खड़े हो गए. उसी दौरान सचिन पंडित ने करीब 12 लड़के और बुलाये. वह गाड़ी में बैठ कर इंतजार करने लगे. जैसे ही रात को जानू अपने साथियों के साथ शादी समारोह से बाहर आया और गाड़ी में बैठने लगा तो आरोपी सेंटी, सचिन, सुमित राणा ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिससे वह घायल हो गया.

आरोपी हरपाल व अन्य साथियों ने लोहे की रॉड और डंडों से घायल जानू और उसके साथियों पर हमला किया और उसके बाद मौके से फरार हो गए. जानू के सिर में गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जबकि जानू के तीन अन्य दोस्त रजत, अनमोल और एक अन्य भी गोलीबारी में घायल हुए हैं. इन तीनों को फौरन एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. आरोपी सचिन पंडित ने हरपाल व नितेश को कुरुक्षेत्र जिला के मथाना जाकर उतार दिया और गाड़ी लेकर फरार हो गया. डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि जो आरोपी गिरफ्तार किए गए गए हैं उन्होंने पूछताछ में बताया कि सचिन पंडित बार बार व्हाट्सएप पर रेकी कर रहा था, लेकिन उन्हें नहीं पता कि वह किस से बात कर रहा था. अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा होगा.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम में गैंगवार? नगर पालिका चेयरमैन के घर दिनदहाड़े फायरिंग, CCTV में कैद घटना

यमुनानगर: दलित कांग्रेस नेता के बेटे जानू की हत्या (Yamunanagar janu murder case) के मामले में स्पेशल स्टाफ की टीम ने मात्र 48 घंटे में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. केस की जांच कर रहे डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज राजेश राणा, सेक्टर-17 हुडा थाना प्रभारी जसवीर, विपिन सुरेंद्र की टीम का गठन किया गया था. टीम ने कार्रवाई करते हुए जानू हत्याकांड मामले में जिला कुरुक्षेत्र के बड़ौदा निवासी हरपाल उर्फ नीलू व उमरी निवासी नितेश उर्फ मितू को गिरफ्तार किया है. मृतक जानू यमुनानगर के कांग्रेसी नेता राजेंद्र वाल्मीकि का बेटा था.

आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 7 दिन के रिमांड पर लिया जाएगा. टीम ने हत्या के 48 घंटे बाद ही दोनों आरोपियों को दबोच लिया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार दबिश दे रही है. डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि आरोपी हरपाल अवैध शराब का धंधा करता है और वह सचिन पंडित का दोस्त है. सचिन पंडित जानू से रंजिश रखता था. पहले भी जानू पर फायरिंग की थी. सचिन ने 14 अप्रैल को हरपाल के पास फोन किया और कहा कि उसकी एक युवक से रंजिश है.

सचिन ने हरपाल से कहा कि जानू के ऊपर कई बार फायरिंग भी की है, लेकिन वह बच गया, इसलिए वह अपने साथियों को लेकर आ जाए, उसकी हत्या करनी है. 14 अप्रैल को आरोपी हरपाल अपने साथी नितेश सहित पांच युवकों को लेकर आ गया और वे पूरा दिन जानू की रेकी करते रहे, लेकिन उन्हें जानू नहीं मिला. अगले दिन 15 अप्रैल को फिर से आरोपी सचिन पंडित ने हरपाल को जानू की हत्या के लिए कहा.

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आरोपी हरपाल के पास कार नहीं थी तो सचिन पंडित ने अपनी कार भेजी और हरपाल व नितेश फिर से 5 साथियों के साथ यमुनानगर आ गए. इस दौरान सचिन पंडित ने कहा कि जानू एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जगाधरी विंटेज पैलेस में आएगा. वह वहां पर जाकर खड़े हो गए. उसी दौरान सचिन पंडित ने करीब 12 लड़के और बुलाये. वह गाड़ी में बैठ कर इंतजार करने लगे. जैसे ही रात को जानू अपने साथियों के साथ शादी समारोह से बाहर आया और गाड़ी में बैठने लगा तो आरोपी सेंटी, सचिन, सुमित राणा ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिससे वह घायल हो गया.

आरोपी हरपाल व अन्य साथियों ने लोहे की रॉड और डंडों से घायल जानू और उसके साथियों पर हमला किया और उसके बाद मौके से फरार हो गए. जानू के सिर में गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जबकि जानू के तीन अन्य दोस्त रजत, अनमोल और एक अन्य भी गोलीबारी में घायल हुए हैं. इन तीनों को फौरन एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. आरोपी सचिन पंडित ने हरपाल व नितेश को कुरुक्षेत्र जिला के मथाना जाकर उतार दिया और गाड़ी लेकर फरार हो गया. डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि जो आरोपी गिरफ्तार किए गए गए हैं उन्होंने पूछताछ में बताया कि सचिन पंडित बार बार व्हाट्सएप पर रेकी कर रहा था, लेकिन उन्हें नहीं पता कि वह किस से बात कर रहा था. अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा होगा.

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