यमुनानगर: शुक्रवार के दिन बच्ची के साथ रेप की घटना ने लोगों के दिल दहला कर रख दिए. आपको बता दें एक12 साल की मासूम को पहले अगवा किया गया और बाद में रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया. इस बात का पता तब चला जब बच्ची की तबियत बिगड़ी ओर उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफेर किया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया की पीड़ित बच्ची 21 हफ्तों से गर्भवती है.
आपको बता दें पीजीआई के डॉक्टर्स ने तुरंत शहर की पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत बाल कल्याण समिति की टीम से बच्ची की कॉन्सलिंग करने को कहा और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अपनी जांच शुरू की.
वहीं परिवार इस मामले में कोई कारवाई नही करना चाहता, लेकिन चाइल्ड लाइन की टीम ओर बाल कल्याण समिति इस मामले को लेकर बेहद गंभीर हैं और उनका कहना है कि वो बच्ची की कॉन्सलिंग करेंगे और दोषी को सजा जरूर दिलवाएंगे.
आपको बता दें डॉक्टरों ने बच्ची को बचाने के लिए उसका गर्भपात कर दिया है और पीजीआई में फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है. मामले की जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन की निर्देशिका अंजू वाजपयी ने बताया कि हमारे पास पुलिस पीड़ित बच्ची की काउंसलिंग करवाने के लिए आयी थी.
साथ ही बताया कि नाबालिग के परिवार से बात की तो उन्होंने इस मामले में कोई भी कार्रवाई करने से मना कर दिया. अब पुलिस के सामने दुविधा थी कि वो कैसे एफआईआर दर्ज करें. बाद में पुलिस बाल कल्याण समिति के पास आयी और कहा कि बच्ची की कॉउंसलिंग की जाए. समिति ने तुरंत चंडीगढ़ की सीडब्ल्यूसी से कांटेक्ट किया और उन लोगो के माध्यम से बच्ची की काउंसलिंग करवाई. साथ ही उसके बाद इस मामले एफआईआर दर्ज करवा दी गई.