यमुनानगर: एशिया की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल यमुनानगर में गन्ने की पेराई आज से विधिवत रूप से शुरू हो गई. इस मिल में प्रतिदिन 1 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जाएगी. मिल में गन्ने की पेराई शुरू होने से किसानों में खुशी की लहर है. जो पिछले काफी दिनों से मिल चलाने की मांग कर रहे थे.
गौरतलब है कि यमुनानगर में सरस्वती शुगर मिल की स्थापना 1933 में हुई थी. तब मिल 400 क्विंटल गन्ने की पेराई करती थी, लेकिन आज 1 लाख किवंटल गन्ने की पिराई प्रतिदिन होती है. इस सीजन में गन्ने की पेराई का शुभारंभ सरस्वती शुगर मिल के चीफ एवं प्रबंधक एस.के.सचदेवा ने किया. उन्होंने बताया हमारी मिल की स्थापना 1933 में हुई थी और आज हम 88 वें वर्ष में प्रवेश कर गए हैं.
एस.के सचदेवा ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पेराई का सत्र 2 दिन पहले शुरू कर दिया गया है. जिससे चारों तरफ के किसानों के चेहरे पर खुशी झलक रही है. क्योंकि क्षेत्र का किसान मिल को जीवन का आधार मानता है.
किसानों ने बताया कि यमुनानगर के साथ-साथ अन्य जिलों के 50 हजार से अधिक किसान इस मिल से जुड़े हुए हैं. जो अपने गन्ने को मिल में डालते हैं. वो पिछले काफी समय से मिल चलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन आज विधिवत रूप से मिल में गन्ने की पेराई शुरु हो गई. जिससे आसपास के किसानों में भारी खुशी है.
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