यमुनानगरः महाराष्ट्र के पालघर में संतों की हत्या को लेकर हरियाणा के जूना अखाड़ा के साधुओं में भी भारी रोष है. जूना अखाड़ा आश्रम के साधु-संतों ने रोष प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की है.
पालघर में हुई थी संतों की हत्या
यमुनानगर अंबाला सीमा के साथ लगते गंधेली गांव में के जूना अखाड़ा आश्रम के प्रमुख महंत धर्म गिरी ने कहा कि पालघर में उस समय निहत्थे साधुओं की हत्या कर दी गई, जब वह अपने गुरु की मृत्यु के बाद उनको समाधि देने के लिए सूरत में जा रहे थे. दरअसल सूरत में जूना अखाड़े के महंत रामगिरी का देहांत हो गया था और दोनों साधु उन्हें समाधि देने के लिए कार में सवार होकर सूरत जा रहे थे. इस दौरान एक भीड़ ने उन्हें पुलिस की मौजूदगी में अपना शिकार बनाया. साधुओं की निर्मम हत्या का यह मुद्दा पूरे देश में काफी गरमाया हुआ है
महंत धर्म गिरी ने बताया कि जिन दोनों साधु कल्पवृक्ष गिरी और सुशील गिरी की हत्या हुई है, वह हाल ही में जनवरी में बंदोली आश्रम में कुछ दिन के लिए रुके थे और यह दोनों ही महंत धर्म गिरी के साथ संबंध रखते हैं.
मामले की जांच की मांग
महंत धर्म गिरी ने आरोप लगाया कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा भी हो सकता है. क्योंकि पुलिस वालों की मौजूदगी में साधुओं की निर्मम हत्या की गई. उन्होंने कहा कि आरोपियों के साथ-साथ पुलिस वालों पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज करके उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो लॉकडाउन के बाद जूना अखाड़े का मार्च महाराष्ट्र की तरफ कूच करेगा.
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