यमुनानगर: आरटीए कार्यालय में बड़ा फेरबदल होने से लोगों की उम्मीद जगी है कि उन्हें अब यमदूत बनकर घूम रहे ओवरलोड ट्रकों और डंपर से छुटकारा मिलेगा. खनन जोन से रेत बजरी से भरे जो ओवरलोड वाहन आ रहे हैं उन पर इतने सालों में आरटीए कार्यालय का स्टाफ अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल रहा है. अब मुख्यमंत्री ने आरटीए की जगह डीटीओ लगाने की घोषणा कर दी है. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि नए स्टाफ द्वारा ओवरलोड पर अंकुश लगाया जाएगा.
खनन जोन से रोजाना करीब 5000 ट्रक, डंपर निकलते हैं. इनमें रेत, बजरी को इतना भर दिया जाता है कि रोजाना दर्जनों वाहन सड़कों पर ही खराब हो जाते हैं या फिर उनके टायर फट जाते हैं. आरटीए कार्यालय का स्टाफ रोजाना पांच-सात ओवरलोड ट्रकों को पकड़कर कागजी कार्रवाई पूरी कर लेता है. पहले कहा जाता था कि ओवरलोड वाहन रात को निकलते हैं, लेकिन अब ये वाहन दिन में चल रहे हैं जबकि दिन में कोई चेकिंग नहीं करता.
ओवरलोड वाहनों ने जिले की सड़कों का कचूमर निकाल दिया है. खासकर कि छछरौली, बिलासपुर, रंजीतपुर, प्रताप नगर, साढोरा क्षेत्र की कई सड़कें तो चलने लायक ही नहीं है. ओवरलोड वाहन चलाने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि बीते 19 सितंबर की रात साढोरा के कोटला मार्ग पर उन्होंने एडीसी कम आरटीए रणजीत कौर के गनमैन हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार को पीट दिया था.
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रणजीत कौर ने ट्रक की चेकिंग की और थाने चली गई. उन्होंने अपने गनमैन को ट्रक में बिठा दिया पीछे से एक कार में आए बदमाशों ने गनमैन के साथ मारपीट की और उन पर पिस्तौल तान दी थी. जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था, लेकिन मामले में रणजीत कौर का कहना है कि उन्होंने ओवरलोड पर काफी कंट्रोल कर लिया है.