यमुनानगर: नए कृषि कानूनों के तहत किसानों को छूट मिल चुकी है कि वो अपनी फसल किसी भी राज्य की मंडियों में जाकर बेच सकते हैं. यमुनानगर में भी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल के किसान अपनी धान की फसल लेकर आ रहे हैं, लेकिन यहां उन्हें निराशा ही हाथ लगी रही है.
बाहरी राज्य के किसानों को गेट पास के लिए मना कर दिया जाता है. अभी तक उनकी फसल का एक भी दाना यमुनानगर की अनाज मंडी में नहीं खरीदा गया. इन किसानों से कहा जा रहा है कि इनकी फसल 19 अक्टूबर के बाद से खरीदी जाएगी.
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उत्तर प्रदेश से आए एक किसान ने बताया कि वो करीब 50 किलोमीटर दूर से यहां अपनी फसल लेकर पहुंचा है, लेकिन जैसे ही वो गेट पर पहुंचे तो उन्हें कह दिया गया कि अभी उनकी फसल की खरीद नहीं की जा रही. फसल खरीद ना होने से किसान बेहद परेशान हैं.
दूसरे राज्य से अपनी फसल लेकर यमुनानगर पहुंच रहे किसानों ने सरकार से सवाल किया है. उन्होंने कहा है कि नए कृषि कानून उनको आजादी देने के लिए बनाए गए, लेकिन सरकार कहती कुछ है और करती कुछ और है. किसानों की फसल नहीं खरीदी जा रही है, तो इन कानूनों का क्या फायदा.