यमुनानगर: सोमवार सुबह यमुनानगर के कई धार्मिक और शिक्षण संस्थानों की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद लिखा दिखा. कुछ शरारती तत्वों द्वारा की गई इस हरकत से इलाके के लोगों में भारी आक्रोश है. वहीं जैन धर्म सभा के प्रधान ने दीवार पर लिखे गए खालिस्तान जिंदाबाद की शिकायत पुलिस को दी है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भी आनन-फानन में सभी दीवारों पर पेंट करके खालिस्तान जिंदाबाद को मिटा दिया. पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी के आधार पर दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
यमुनानगर के सिटी एसएचओ कमलजीत सिंह का कहना है कि उनके पास एक शिकायत आई है और मामले की जांच की जा रही है. जो कोई भी इस तरह की शरारत कर रहा है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार का माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा.
खालिस्तान क्या है?
भारत की आजादी के बाद खालिस्तान आंदोलन की शुरुआत हुई थी. दरअसल यह आंदोलन पंजाब को भारत से अलग करने की मांग करता है. यह पंजाब को खालिस्तान के रूप में देखना चाहते हैं. इन लोगों का कहना है कि खालिस्तान यानी खालसा की भूमि. भारत-पाक के विभाजन के समय सिख समुदाय भी अपने लिए एक अलग देश की मांग करने लगा था.
बता दें कि 1980 के बाद खालिस्तान आंदोलन काफी उग्र हो गया. इसी का नतीजा था 1984 का आपरेशन ब्लू स्टार. अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों ने डेरा जमा रखा था. इसके मुखिया थे जरनैल सिंह भिंडरवाले जोकि सोचते थे कि भारत सरकार कभी स्वर्ण मंदिर में हमला नहीं करेगी. बताया जाता रहा है कि इस आंदोलन के लिए पाकिस्तान से भी फंडिंग आती रही है, जबकि कनाडा में भी इस आंदोलनों की बैठकें होती हैं, क्योंकि वहां ज्यादार सिख समुदाय ही बसा हुआ है. भारत ने हर समय इन बैठकों और खालिस्तान का विरोध किया है.