यमुनानगर: कोरोना संक्रमण के बीच प्रवासी मजदूरों का पलायान लगातार जारी है. हालांकि हरियाणा सरकार ये साफ कर चुकी है कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा, लेकिन फिर प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन का डर सता रहा है और यही वजह है कि हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर घर वापस लौट रहे हैं.
यमुनानगर से हर रोज 6 से 7 बसें बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो रही हैं. प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्हें लॉकडाउन लगने का डर सताने लगा है, इसलिए वो जल्द से जल्द अपने घर जाना चाहते हैं. कुछ मजदूरों को ठेकेदारों ने जाने के लिए कह दिया है. ऐसे में कई प्रवासी मजदूर प्राइवेट बसों की टिकट कटाकर घर जा रहे हैं.
जब प्रवासी मजदूरों से उनके घर जाने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो दोबारा अपने घर पैदल नहीं जाना चाहते हैं. वो फिर से लॉकडाउन में खुद को फंसता हुआ नहीं देख सकते हैं, इसलिए ना चाहते हुए भी उन्हें घर जाना पड़ रहा है.

ये भी पढ़िए: गुरुग्राम और फरीदाबाद में लॉकडाउन को लेकर CM ने दिए ये नए आदेश
वहीं प्राइवेट बस के परिचालक गौरव ने बताया कि उनकी बसें रोजाना बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए जा रही हैं. पश्चिम बंगाल प्रवासी वोट देने जा रहे हैं और बिहार जाने वाले प्रवासी लॉकडाउन के डर से घर जा रहे हैं.
