यमुनानगर: प्रदेश में प्रवासी मजदूरों की मुश्किलें कम होने की जगह बढ़ती ही जा रही हैं. बताया जा रहा है कि रविवार को हरियाणा के अलग-अलग जिलों से पलायन कर प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश की सीमा पर पहुंचे. जहां से उन्हें वापस भेज दिया गया. बता दें कि फिलहाल इन मजदूरों के रहने खाने की व्यवस्था यमुनानगर जिला प्रशासन द्वारा की गई है. वहीं कुछ प्रवासी मजदूरों को वापस उनके जिलों में भेज दिया गया है.
बता दें कि प्रवासी मजदूर अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. रेल लाइनों से, सड़क के रास्ते से, खेतों से छुपकर ये अपने घर जाने के लिए बेताब हैं. बताया जा रहा है कि यमुनानगर पुलिस ने इन बेबस मजदूरों पर लाठियां बरसा कर इनको खदेड़ा था. जिसकी चारों तरफ काफी निंदा हो रही है.
बताया जा रहा है कि हरियाणा, यूपी बॉर्डर पर पहुंचे इन प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन यमुनानगर में बने अलग-अलग शेल्टर होम में रहने खाने की व्यवस्था की गई है. वहीं जो प्रवासी मजदूर रोहतक से आए थे. उन्हें वापस बसों द्वारा रोहतक भेज दिया गया है.
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बता दें कि प्रवासी मजदूरों की बेबसी उनकी आंखों से साफ दिखाई दे रही थी. वो हाथ जोड़कर बार-बार यही प्रार्थना करते हैं कि उनको उनके घर वापस जाने दिया जाए. क्योंकि लॉकडाउन के चलते इनके काम धंधे बंद हो चुके हैं. जिसके चलते ये अपने परिवार को दो वक्त का खाना भी नहीं दे पा रहे हैं. प्रवासी मजदूरों ने आपबीती ईटीवी भारत के कैमरे पर सुनाई. हालांकि इन लोगों को बॉर्डर से वापस क्यों भेजा गया है. इस पर जिले के आला अधिकारी कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं हैं.