यमुनानगर: एसआरसी और नागरिकता संशोधन कानून का मुद्दा पूरे देश मे गरमाया हुआ है. शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने एनआरसी पर कहा कि एनआरसी की शुरुआत हमने नहीं की है, पहले जब राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री थे तब असम में बहुत आंदोलन हुआ था और स्टूडेंट्स की एक सरकार बनी थी.
'कांग्रेस लोगों को भड़का रही है'
उन्होंने कहा कि उस समय इस प्रकार का एक समझौता हुआ था उस पर कार्रवाई हुई है. जो ये बात हुई थी घुसपैठिए हमको बाहर निकालना है उस पर कार्रवाई कुछ नहीं हुई. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया. अब ये सब सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में कार्रवाई इस समय हो रही थी, लेकिन क्योंकि कांग्रेस वोट के लिए जानबूझकर जनता को भड़का रही है और वो यह कहती है कि ये मुसलमानों के खिलाफ है.
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'ये कानून मुसलमानों के खिलाफ नहीं है'
उन्होंने कहा कि ये कानून मुसलमानों के खिलाफ नहीं हैं. ये कानून घुसपैठियों के खिलाफ है. ममता बनर्जी जब चुनाव लड़ती हैं तो वो अपने घोषणापत्र में घुसपैठियों के समर्थन में बोलती हैं. अभी तो देश की जनता ने फैसला कर लिया है कि कौन सही है कौन गलत है.
'कुछ राजनीतिक दल अपनी रोटियां सेक रहे हैं'
उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मामले में राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. सौ परसेंट इस मामले का सब लोगों को पता है जो अनपढ़ आदमी है उसे भी पता है. इस बात पर जो ये सब किया जा रहा है देश के खिलाफ किया जा रहा है और ये एक षड्यंत्र है. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून जो प्रताड़ित लोग थे उनके हित में बना है और जो लोग अवैध रूप से घुसपैठ करके इस देश में रह रहे थे अव्यवस्था फैला रहे हैं उनके खिलाफ बना है.
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि सब को इस बात की जानकारी है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए इस प्रकार का काम कर रहे हैं. वहीं अगर इस प्रकार की अव्यवस्था फैलाने में कोई भी दल होगा या कोई भी व्यक्ति ऐसा काम करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई होगी.