यमुनानगर: विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस में बड़े फेरबदल किए गए, तो अब बीएसपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया. इन्हीं सब घटनाक्रम पर विधानसभा स्पीकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
कंवरपाल गुर्जर जेजेपी-बीएसपी के गठबंधन टुटने पर काफी आक्रामक दिखाई दिए. वैसे उनका आक्रामक होना जायज भी लगता है क्योंकि बीएसपी का हरियाणा में तीसरा गठबंधन टूटा है. स्पीकर ने कहा कि पहले इनेलो फिर लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी और जेजेपी के साथ एक के बाद एक ये तीसरा गठबंधन दम तोड़ चुका है.
विधानसभा स्पीकर ने इस विषय पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि बीएसपी ने ये तीनों समझौते स्वार्थों के आधार पर किए थे और अब जब कोई भविष्य नहीं दिखाई दिया तो गठबंधन तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि अब बीएसपी के पास हरियाणा में गठबंधन के लिए सिर्फ कांग्रेस बची हुई है, लेकिन जनता इनके मनसूबों को समझ चुकी है और ये जान चुकी है कि ये स्वार्थी लोग हैं जो इस्तेमाल करना चाहते हैं बस.
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उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला के अनुचित रवैये के कारण सीटों के बंटवारे का समझौता नहीं हो पाया है और बसपा की हरियाणा यूनिट के सुझाव पर गठबंधन समाप्त करने का फैसला किया गया है.
मायावती ने ट्वीट कर किया था गठबंधन तोड़ने का ऐलान
हरियाणा में चौटाला परिवार के बीच मतभेदों के चलते अस्तित्व में आई जननायक जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच राजनीतिक दोस्ती एक माह भी नहीं चल सकी. सीटों के बंटवारे में भेदभाव का आरोप लगाते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार देर रात जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का एलान कर दिया. बसपा सुप्रीमो ने लखनऊ में हरियाणा के पार्टी पदाधिकारियों के साथ दो चरण की मैराथन बैठक के बाद रात दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया.