यमुनानगर: यमुनानगर साइबर क्राइम पुलिस टीम ने बिहार के कटिहार से एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है, जिसने देश भर में साइबर ठगी की 538 वारदातों को अंजाम देकर करोड़ों रुपए की ठगी की है. यमुनानगर की भाजपा नेत्री से भी इन ठगों ने लगभग पांच लाख की ठगी की थी. इस मामले में जब पुलिस ने रेड की तो आरोपियों ने एक मकान को साइबर ठगी अड्डा बना रखा था. जहां से आरोपी देश भर में वारदात को अंजाम दे रहे थे. पुलिस ने मौके से 8 लैपटॉप 30 मोबाइल फोन और 35 मोबाइल के सिम बरामद की है. पुलिस ने मौके से 12 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस यमुनानगर लेकर आई है.
ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान अगर कोई व्यक्ति अपना बारकोड भेज कर एक, दो या 5 से 10 रुपये ऑनलाइन भेजने को कहे तो सतर्क हो जाएं. ऐसा करने से पहले यह जरूर जांच लें कि कहीं आप ठगी का शिकार तो नहीं हो रहे हैं. क्योंकि ऐसे ही एक को शातिर साइबर ठग को यमुनानगर पुलिस ने बिहार के कटिहार से गिरफ्तार किया है जो इसी तरह से देश भर में साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था. कटिहार के एक मकान में साइबर ठगी का अड्डा चल रहा था.
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पुलिस ने बिहार के कटिहार से लगभग एक दर्जन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने 8 लैपटॉप 30 मोबाइल और 35 मोबाइल सिम बरामद की है. जिस समय पुलिस ने यहां रेड की, उस दौरान यह शातिर गिरोह देश के अलग-अलग राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम देने में लगे थे. पुलिस ने इस मामले में यमुनानगर के वांटेड नीतीश को भी गिरफ्तार किया है.
नीतीश ने एक कॉरियर कंपनी के बारकोड से यमुनानगर की भाजपा नेत्री एवं पार्षद का मोबाइल नंबर हासिल कर उनसे महज 5 रुपये ऑनलाइन भेजने के लिए कहा था. जिसके बाद इन ठगों ने पार्षद से लगभग 5 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले में पार्षद ने पुलिस को शिकायत दी थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया लेकिन इस पूरे नेटवर्क तक पहुंचने के लिए पुलिस को काफी समय लग गया.
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प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी नीतीश ने अब तक देशभर में 538 ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. आरोपी ने अपने गिरोह के साथ मिलकर लोगों से करोड़ों रुपये ठगे थे. पुलिस ने नीतीश को यमुनानगर में लाने के बाद कोर्ट में पेश कर उसका 7 दिन का पुलिस रिमांड लिया है. पुलिस का मानना है कि इस रिमांड के दौरान आरोपी से कई और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
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तरीका ए वारदात: यमुनानगर एसपी मोहित हांडा ने बताया कि ये शातिर ठग लोगों से महज दो या 5 रुपये मंगवाकर उनका पूरा बैंक अकाउंट साफ कर देते थे. साइबर ठग आम लोगों को अपनी बातों में उलझाकर उनके मोबाइल को रिमोट पर ले लेते हैं. इसके बाद जो भी ओटीपी उनके मोबाइल पर आता है. वह इन ठगों के पास पहुंच जाता है. इस तरीके से आरोपियों ने देश भर में कई ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.
फिलहाल पकड़े गए अन्य आरोपियों को पुलिस ने कटिहार पुलिस के हवाले कर दिया है. क्योंकि ये आरोपी साइबर ठगी के साथ साथ ऑनलाइन गेम खिलाकर भी लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे. पुलिस के सामने अभी तक ठगी के जो मामले सामने आए हैं, उनमें इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट मुख्य आरोपी नीतीश के ही थे. नीतीश के दो भाई और हैं.
वे दोनों भी साइबर ठगी को अंजाम देने में लगे हुए हैं. यमुनानगर पुलिस की माने तो नीतिश की गिरफ्तारी के बाद कई और साइबर ठग गिरफ्तार हो सकते हैं. फिलहाल इस गिरफ्तारी के बाद कई लोगों को राहत भी मिलेगी. क्योंकि जिस समय पुलिस ने रेड की थी. उस दौरान कई लोग इनके रडार पर थे, जिनकी पूरी डिटेल इनके लैपटॉप में मौजूद हैं.