यमुनानगर: जिले में इन दिनों अवैध माइनिंग रोकने के लिए माइनिंग जोन से करीब 4 से 5 किलोमीटर दूर 5 जगह पर नाके लगाए गए हैं. जिला पुलिस अवैध खनन करने वालों पर शिकंजा कस रही है. इसी क्रम में यमुनानगर के प्रतापनगर नाके पर गाड़ियों की चेकिंग की (Illegal mining in yamunanagar pratapnagar) गई. चेकिंग के दौरान ट्रक ड्राइवर से कुछ लोगों का विवाद हो गया. बताया जा रहा है कि गाड़ी का वजन कराने से पहले वहां माइनिंग गार्ड भी मौजूद था.
आरोप है कि गाड़ी में निर्धारित वजन होने के बावजूद भी माइनिंग गार्ड ने गाड़ी को सीज कर दिया और मालिक को गाड़ी सीज करने का कारण तक नहीं बताया. जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर रात करीब 2 बजे एक गाड़ी को ओवरलोड के संदेह पर चेकिंग के लिए रोका गया (Action on Overloaded truck in Yamunanagar) था. जब वजन के लिए गाड़ी को कांटे पर ले जाया गया तो गाड़ी कच्ची जमीन में फंस गई, जिस वजह से खनन सामग्री खाली करानी पड़ी. आरोप है कि इस दौरान खुद को रॉयल्टीकर्मी बताने वाले कुछ लोगों ने ड्राइवर की पिटाई कर दी. पिटाई का जब कारण पूछा गया तब उन्होंने खुद को वधवा का माइनिंग अधिकारी बताया.
गाड़ी मालिक ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्रशासन ने नाके तो जरूर लगाए हैं लेकिन यहां पर रॉयल्टी के कर्मचारियों को बैठाया (Illegal mining in yamunanagar) गया है, जो सरेआम गुंडागर्दी करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ये अधिकारी चालकों से वसूली कर रहे हैं. उनका कहना था कि ये नाके भी प्रशासन ने गलत लगाए हैं क्योंकि अवैध खनन रोकने के लिए खान के बाहर नाके लगने चाहिए ना कि जोन के 4 से 5 किलोमीटर दूर. वहीं ट्रक ड्राइवर ने बताया कि बेवजह उसके साथ मारपीट की गई है. रॉयल्टी के कर्मचारियों ने सिर्फ वसूली और गुंडागर्दी फैलाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया (Illegal mining in haryana) है.
वहीं मारपीट के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची. जब पुलिस से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि उन्हें जानकारी मिली थी कि यहां खनन गार्ड और पुलिसकर्मियों के साथ कोई घटनाक्रम हुआ है. उन्हें ड्राइवर के साथ मारपीट के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गाड़ी का धर्म कांटे पर जब वजन करवाया गया तो उसका वजन 53 टन था. वहीं जब खनन अधिकारी से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि गाड़ी में 56 टन वजन था और गाड़ी को सीज कर दिया गया है.