यमुनानगर: सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मंडोली गांव से तीन तलाक (triple talaq) देकर महिला को घर से निकालने का मामला सामने आया है. पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2010 में उसका निकाह यमुनानगर के आईटीआई के पास इंदिरा गार्डन निवासी सत्तार अली के साथ हुआ था. निकाह के अगले ही दिन उसके ससुराल वालों ने उसे दहेज के लिए तंग करना शुरू कर दिया.
शादी के तुरंत बाद रखी 5 लाख की डिमांड
पीड़िता ने बताया कि ससुराल पक्ष के लोग उससे 5 लाख रुपये की मांग करने लगे, लेकिन उसके मायके पक्ष वाले रुपयों की इतनी बड़ी डिमांड को पूरा करने में असमर्थ थे. ऐसे में उसे लगातार परेशान किया जाने लगा. इस बीच वो गर्भवती हो गई और उसने एक बेटी को जन्म दिया. जिस पर भी उसे ताना दिया गया और घर से बाहर निकाल दिया गया.
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इसके बाद पंचायती तौर पर फैसला हुआ और वो दोबारा ससुराल में रहने लगी. वो दोबारा गर्भवती हुई और दूसरी बार भी बेटी का जन्म हुआ. जिसके बाद उसकी सास खुर्शीदा उसे ताने देने लगी और कहने लगी कि वो तो सिर्फ लड़कियां ही पैदा करेगी.
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पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाला
पीड़िता के मुताबिक साल 2016 में उसने एक बेटे को जन्म दिया, लेकिन इसके बावजूद भी उसके ससुराल पक्ष का अत्याचार उस पर लगातार जारी है और इसी बीच पीड़िता को पता चला कि उसके पति के किसी दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध हैं. इसके बाद 27 मई को उसके पति और सास ने पीड़िता के साथ मारपीट की और पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया.
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मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर जोगिंदर ने बताया कि फिलहाल महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.