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आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे इंस्पेक्टर बलजीत सिंह, परिजनों को किया गया सम्मानित - हरियाणा पुलिसकर्मी शहीद दूसरे राज्य सम्मान

यमुनानगर में हरियाणा पुलिस द्वारा ऐसे पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया जा रहा है जो किसी और राज्य में जाकर शहीद हुए हैं.

yamunanagar police martyr
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Published : Oct 25, 2020, 9:09 AM IST

यमुनानगर: प्रदेश के रहने वाले और विभिन्न राज्यों में शहीद हुए पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों के परिजनों को पुलिस की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किए जाने का निर्णय लिया गया है. यमुनानगर में ऐसे 7 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी हैं जिन्होंने देश सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए.

यमुनानगर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल शनिवार को शेरगढ़ गांव में पहुंचे और शहीद इंस्पेक्टर बलजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी. जिसमें एसपी ने शहीद के परिजनों को श्रद्धांजलि पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया. उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर बलजीत सिंह जिला करनाल में तैनात थे. 31 मई 1992 को पाला राम नामक आतंकी की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही थी. उसके गांव में छापेमारी की गई, वो नहीं मिला. इस दौरान एक अन्य आतंकी जरनैल सिंह ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की जिसमें इंस्पेक्टर बलजीत सिंह समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों को गोली लगी थी जिसमें बलजीत सिंह शहीद हो गए थे.

पुलिस स्मृति दिवस इन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जा रहा है. गांव में समारोह का आयोजन कर शहीद के स्वजनों को सम्मानित किया गया. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शहीदों ने देश के लिए जान दी है और इस कार्यक्रम के तहत उन शहीदों के परिवारों को भी याद किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- आपदा में अवसर: चंडीगढ़ के बस ड्राइवर ने घर में बना दिया मिनी रॉक गार्डन

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में जब इन शहीदों की याद में आयोजन होंगे तो निश्चित रूप से इससे नौजवान युवा देश सेवा और सेना में जाने के लिए प्रेरित होंगे. वहीं शहीद इंस्पेक्टर बलजीत सिंह के बेटे सुरेंद्र पाल ने कहा कि उन्हें अपने पिता की शहादत पर बेहद गर्व है.

यमुनानगर: प्रदेश के रहने वाले और विभिन्न राज्यों में शहीद हुए पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों के परिजनों को पुलिस की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किए जाने का निर्णय लिया गया है. यमुनानगर में ऐसे 7 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी हैं जिन्होंने देश सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए.

यमुनानगर पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल शनिवार को शेरगढ़ गांव में पहुंचे और शहीद इंस्पेक्टर बलजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी. जिसमें एसपी ने शहीद के परिजनों को श्रद्धांजलि पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया. उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर बलजीत सिंह जिला करनाल में तैनात थे. 31 मई 1992 को पाला राम नामक आतंकी की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही थी. उसके गांव में छापेमारी की गई, वो नहीं मिला. इस दौरान एक अन्य आतंकी जरनैल सिंह ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की जिसमें इंस्पेक्टर बलजीत सिंह समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों को गोली लगी थी जिसमें बलजीत सिंह शहीद हो गए थे.

पुलिस स्मृति दिवस इन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जा रहा है. गांव में समारोह का आयोजन कर शहीद के स्वजनों को सम्मानित किया गया. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शहीदों ने देश के लिए जान दी है और इस कार्यक्रम के तहत उन शहीदों के परिवारों को भी याद किया जा रहा है.

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उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में जब इन शहीदों की याद में आयोजन होंगे तो निश्चित रूप से इससे नौजवान युवा देश सेवा और सेना में जाने के लिए प्रेरित होंगे. वहीं शहीद इंस्पेक्टर बलजीत सिंह के बेटे सुरेंद्र पाल ने कहा कि उन्हें अपने पिता की शहादत पर बेहद गर्व है.

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