यमुनानगर: मानसून की पहली बारिश (Haryana Monsoon Update) ने प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी है. हरियाणा के कई बड़े शहरों में जलभराव (Water logging) की स्थिति देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ ऐसे कई जिले हैं जहां बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
अगर बात यमुनानगर जिले की करें तो यहां मंगलवार तड़के हुई भारी बारिश(Heavy rain Yamunanagar) के बाद कई गांवों में पानी घुस आया. आलम ये हो गया कि कई सड़कों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट गया. यमुनानगर के बॉम्बे पुर, चांदपुर और नग्गल पट्टी गांव में मानसून की पहली बारिश (Monsoon First Rain Yamunanagar) से ड्रेन टूटने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई.
बारिश का पानी जहां गांवों में घुस गया तो वहीं दूसरी तरफ यमुनानगर पांवटा साहिब नेशनल हाईवे पर भी जलभराव की समस्या देखने को मिली. हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए. ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में करीब 2-2 फीट तक पानी भर गया था जो अब उतर चुका है, लेकिन उनके घर का सामान बिल्कुल खराब हो चुका है. यहां तक कि उनके खाने-पीने की चीजें भी खराब हो चुकी है. उन्होंने छतों पर जाकर अपनी जान बचाई.
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एक महिला ने बताया कि उनका बच्चा भी पानी के तेज बहाव में बह गया था, जिसे उन्होंने कड़ी मशक्कत से बचाया. वहीं दूसरी तरफ बिलासपुर से खिजराबाद रोड पर हाफिजपुर के पास दर्जनों पुलिया भी बंद होने से लगभग 4 गांव में पानी घुस गया. मौके पर पहुंचे एसडीएम बिलासपुर और तहसीलदार छछरौली, थाना प्रभारी प्रतापनगर ने जेसीबी मशीन से रास्ता खुलवाया तब जाकर पानी निकला जा सका.
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इसके अलावा हाफिजपुर गांव में दर्जनों घर, जो गांव से बाहर खेतों में अपने डेरों में बसे हुए थे उनके यहां खेतों में पानी घुसने से वो कई घंटे तक अपने डेरों में ही फंसे रहे. ग्रामीणों का कहना है कि अभी सीजन की पहली ही बरसात हुई है. इस बरसात ने प्रशासन के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है, क्योंकि पानी निकासी का इंतजाम न होने की वजह से दर्जनों गांवों में पानी घुस गया. वहीं हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई.