यमुनानगर: अप्रैल के महीने में ही पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. ऐसे में बिजली कटौती (Electricity Cut in Yamunanagar) ने लोगों के हाल बेहाल कर दिए हैं. बिजली कटौती और लगातार आ रहे फाल्ट के प्रति निगम के अधिकारी बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं. बिजली की किल्लत से यमुनानगर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग और किसान भी काफी परेशान हैं. बिजली की वजह से पानी का संकट भी गहरा गया है. बिजली कटौती के चलते किसान संगठनों के नेता ने यमुनानगर के बिजली विभाग के दफ्तर के बाहर जोरदार ( Farmer Protest In Yamunanagar) प्रदर्शन किया. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही यमुनानगर पुलिस मौके पर पहुंची.
किसान नेताओं ने सरकार को चेतवानी दी कि अगर किसानों को समय पर बिजली नहीं मिली तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे. हरियाणा में जहां इन दिनों जनता को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. तो वही यमुनानगर जिले में करीब 700 मेगावाट बिजली उत्पादन के बावजूद भी यमुनानगर बिजली (power cut in Yamunanagar) की समस्या से अछूता नहीं है. उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम यमुनानगर में बिजली की सप्लाई देता है. बिजली की समस्या के चलते विभाग ने ग्रामीण, शहरी और ट्यूबवेलों की बिजली के लिए सेड्यूल बनाया हुआ है. जिसके तहत किसानों को खेतों के लिए करीब 3 घंटे बिजली दी जानी है.
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इस पर किसानों का कहना है कि उन्हें महज 3 घंटे भी सही ढंग से बिजली नहीं मिल पा रही है. जब भी खेती में पानी डालने के लिए मोटर चलाने के लिए जाते हैं, तो लाइट चली जाती है. किसानों का कहना है कि उनकी फसलें पानी ना मिल पाने की वजह से सूख रही हैं. जिसके चलते आज किसानों ने बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया है. किसानों ने बताया कि एक हफ्ता पहले किसानों ने इस प्रदर्शन के बारे में बिजली विभाग को अवगत करवाया था. जिसके चलते पिछले 2 दिन तो बिजली ठीक आई, लेकिन फिर से वही स्थिति हुई. किसानों ने सरकारको चेतावनी दी कि अगर किसानों को बिजली तरीके से नहीं दी गई , तो अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे.
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