यमुनानगर: भले ही हरियाणा की मनोहर सरकार 24 घंटे बिजली देने का दावा करती हो, लेकिन बिजली विभाग की मनमानी के चलते अब भी कुछ ऐसे गांव हैं जहां लोग चिलचिलाती गर्मी में बिजली के संकट से जूझ रहे हैं. दरअसल जिला यमुनानगर के छछरौली खंड के सलेमपुर बांगर गांव (salempur bangar village of yamunanagar) में पिछले 4 दिनों से बिजली का ट्रांसफार्मर खराब (electricity transformer damaged in salempur) है. जिसके कारण गांव में बिजली नहीं है. ऐसे में बच्चे, बूढ़े और महिलाएं जहां चिलचिलाती गर्मी से परेशान है तो वहीं, बिना बिजली के मवेशियों के लिए भी पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है.
यूएचबीवीएन के ऑफिस पर धरना: वहीं जब ग्रामीण बिजली विभाग से गुहार लगाने पहुंचे तो एसडीओ द्वारा उन्हें अटपटा जवाब दिया गया. हालांकि यहां जगमग योजना के तहत अभी शुरुआत नहीं हुई है, लेकिन पिछले 4 दिन से गांव का ट्रांसफार्मर खराब है और ग्रामीण विभाग से गुहार लगा-लगा कर गांववासी थक चुके (people facing electricity problem in yamunanagar) हैं. जिसके चलते ग्रामीणों ने छछरौली के यूएचबीवीएन के ऑफिस पर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि बिजली न आने की वजह से उनकी जिंदगी नरक बन गई (salempur bangar villagers protest) है.
ग्रामीणों ने लगाए मनमानी के आरोप: दूरदराज ट्यूबवेल से पानी लाने को उन्हें मजबूर होना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होंने बिजली विभाग के एसडीओ से बातचीत की तो उन्होंने शर्त रखी कि गांव में जिनके बिल पेंडिंग है पहले उन्हें अपने पेंडिंग बिल का भुगतान करना होगा. जगमग योजना के तहत बाहर लगने वाले मीटरों में कोई बाधा ना डाले. ग्रामीणों ने बताया कि विभाग को यहां तक कहा कि जिन लोगों ने बिजली के बिल भरे हुए हैं उनकी भला क्या गलती है इसके बावजूद एसडीओ बेवजह की जिद पर अड़े रहे.
धरना प्रदर्शन की चेतावनी: वहीं जब बिजली विभाग के अधिकारी से बातचीत की गई तो वह कैमरे पर जवाब गोलमोल करते नजर आए हालांकि उन्होंने कैमरे पर भी इतना तो जरूर कहा कि उन्होंने ग्रामीणों से कहा है कि जिनके बिल बकाया हैं वह भरें और जगमग योजना में कोई बाधा ना डालें. बता दें कि ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि आज उनके गांव में बिजली ठीक नहीं की गई तो वे मंगलवार को रोड जाम करने को मजबूर होंगे. जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
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