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यमुनानगर: सरकार के खिलाफ IMA की हड़ताल, डॉक्टर्स की आवाज दबाने के आरोप लगाए

IMA के आह्वान पर पूरे देश में डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे. केंद्र सरकार द्वारा विधेयक पारित करने और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को बंद करने के विरोध में डॉक्टर्स ने हड़ताल की.

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Published : Jul 31, 2019, 8:13 PM IST

सरकार के खिलाफ हड़ताल पर डॉक्टर्स

यमुनानगर: लोकसभा में पास विधेयक के विरोध में देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहे. डॉक्टर शुरू ही विधेयक के खिलाफ रहे हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार को बहुमत से जिताने में डॉक्टर्स का बहुत बड़ा हाथ रहा है, लेकिन अब सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. सरकार डॉक्टर्स की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है.

आईएमए प्रधान डॉ. योगेश जिंदल का कहना है कि दिल्ली में डॉक्टर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन उनको गिरफ्तार कर सरकार में बहुत गलत किया है. डॉक्टर पूरी तरह विधेयक के खिलाफ नहीं है, लेकिन उनके कुछ सवाल हैं. जिसके जवाब वे सरकार से चाहते हैं. लेकिन सरकार कोई भी संतुष्ट जवाब नहीं दे रही है.

सरकार के खिलाफ हड़ताल पर डॉक्टर्स

ये भी पढ़ें:-आखिर क्यों ये लोग तीन तलाक बिल का कर रहे हैं विरोध?

'सरकार फीस पर नियंत्रण करे'

सरकार ने प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस करने के फीस पर नियंत्रण नहीं किया है. एमबीबीएस करने के लिए आज प्राइवेट कॉलेज 80 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक की फीस ले रहे हैं. जो बच्चे इतनी भारी-भरकम फीस देने में असमर्थ हैं, वे देश से बाहर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो बड़े-बड़े कॉलेज अलग-अलग पार्टियों के बड़े नेताओं के हैं, सरकार उनको फायदा पहुंचा रही है. इसमें गरीब जनता और छात्रों का कोई भी फायदा नहीं है.

यमुनानगर: लोकसभा में पास विधेयक के विरोध में देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहे. डॉक्टर शुरू ही विधेयक के खिलाफ रहे हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार को बहुमत से जिताने में डॉक्टर्स का बहुत बड़ा हाथ रहा है, लेकिन अब सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. सरकार डॉक्टर्स की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है.

आईएमए प्रधान डॉ. योगेश जिंदल का कहना है कि दिल्ली में डॉक्टर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन उनको गिरफ्तार कर सरकार में बहुत गलत किया है. डॉक्टर पूरी तरह विधेयक के खिलाफ नहीं है, लेकिन उनके कुछ सवाल हैं. जिसके जवाब वे सरकार से चाहते हैं. लेकिन सरकार कोई भी संतुष्ट जवाब नहीं दे रही है.

सरकार के खिलाफ हड़ताल पर डॉक्टर्स

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'सरकार फीस पर नियंत्रण करे'

सरकार ने प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस करने के फीस पर नियंत्रण नहीं किया है. एमबीबीएस करने के लिए आज प्राइवेट कॉलेज 80 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक की फीस ले रहे हैं. जो बच्चे इतनी भारी-भरकम फीस देने में असमर्थ हैं, वे देश से बाहर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो बड़े-बड़े कॉलेज अलग-अलग पार्टियों के बड़े नेताओं के हैं, सरकार उनको फायदा पहुंचा रही है. इसमें गरीब जनता और छात्रों का कोई भी फायदा नहीं है.

Intro:एंकर अखिल भारतीय आईएमए के आवाहन पर आज पूरे देश में डॉक्टर्स की हड़ताल चल रही है। केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में अभिषेक पारित करने और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को बंद करने के विरोध में आज देशव्यापी हड़ताल है जिसको लेकर आज यमुनानगर की आई एम में भी हड़ताल में शामिल हुई।Body:वीओ लोकसभा में पास विधेयक के विरोध में आज देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर हैं डॉक्टर् शुरू से ही खिलाफ रहे हैं । डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार को बहुमत से जिताने में डॉक्टर्स का बहुत बड़ा हाथ रहा है , लेकिन अब सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है सरकार उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।

वीओ आई एम ए प्रधान डॉ योगेश जिंदल का कहना है कि दिल्ली में उनके नेशनल नेता शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन उनको गिरफ्तार कर सरकार में बहुत गलत किया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स पूरी तरह विधेयक के खिलाफ नहीं है लेकिन उनके कुछ सवाल हैं जिसके जवाब सरकार से चाहते हैं लेकिन कोई भी जवाब संतुष्ट जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस करने के उपाय रखी गई फीस पर बिल्कुल भी नियंत्रण नहीं रखा है एमबीए एमबीबीएस करने के लिए आज प्राइवेट कॉलेजों में 80 लाख से डेढ़ करोड़ रुपए तक की फीस ली जा रही है जो कि दुनिया में यहां सबसे ज्यादा है ,ऐसे में जो बच्चे इतनी भारी-भरकम फीस देने में असमर्थ हैं वह देश से बाहर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो बड़े-बड़े कॉलेज अलग-अलग पार्टियों के बड़े नेताओं के हैं सीधे सीधे सरकार उनको फायदा पहुंचा रही है। इसमें गरीब जनता और छात्रों का कोई भी फायदा नहीं है इसलिए सरकार इस पर अपनी मंशा साफ करें।
वीओ डॉ योगेश जिंदल ने कहा कि उन्होंने हमारी दूसरी मांग यह है कि यूजी के नीट एग्जाम में के तहत एमबीबीएस के फाइनल एग्जाम केेे बाद ही बच्चों को पोस्टग्रेजुएट करने का मौका दिया ऐसे में आईएमए और छात्रों का सरकार से यह सवाल है किि किसी न किसी कारणवश बच्चा परीक्षा नहींं दे पाता तो क्या उसका भविष्य वहीं खत्म हो जाएगा ऐसे में उनका सरकार से यह सवाल है कोई आईएएस अफसर या नेता अगर एक बार चुनाव हार जाता है तो क्या उसे दोबारा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाती। यह किस तरह की नीतियां सरकार ला रही हैं इन सब बातों के विरोध में ही आज देश भर में डॉक्टर्स की हड़ताल है।

बाइट डॉ योगेश जिंदल आई एम ए प्रधान Conclusion:
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