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साइकिल से 12 हजार किलोमीटर का सफर कर यमुनानगर पहुंची ज्योती, दिया महिला सुरक्षा का संदेश

साइकिल चला कर देश को महिला सुरक्षा का संदेश देने वाली आंध्रा प्रदेश की ज्योति शनिवार को यमुनानगर पहुंची.

यमुनानगर पहुंची ज्योती
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Published : Feb 9, 2019, 10:19 PM IST

यमुनानगर: साइकिल चला कर देश को महिला सुरक्षा का संदेश देने वाली आंध्रा प्रदेश की ज्योति शनिवार को यमुनानगर पहुंची. यहां इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ज्योति का स्वागत किया.

बता दें कि ज्योति अब तक 12 हजार किलोमीटर का सफर साइकिल से तय कर चुकी हैं. वे दुनिया को संदेश देना चाहती है कि भारत की सड़के महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं.
ज्योति का लक्ष्य 35 हजार किलोमीटर का सफर साइकिल से तय कर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाना है. 'इंडियन रोड्स आर सेफ' संदेश के साथ ज्योति हैदराबाद से साइकिलिंग करते हुए पूरे देश की यात्रा पर निकली हैं.

12 हजार किलोमीटर का सफर कर यमुनानगर पहुंची ज्योती
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ज्योति ने बताया कि वे हैदराबाद, कन्याकुमारी से होते हुए दिल्ली से लद्दाख, पंजाब, चंडीगढ़ और अब यमुनानगर से नॉर्थ ईस्ट भारत जा रही हैं. उन्होंने बताया कि उनका संदेश इंडियन रोड्स आर सेफ है. उन्होंने कहा कि भारत की सड़कें महिलाओं को लिए सुरक्षित है. ज्योति ने बताया कि इस सफर में मदद के लिए काफी लोग सामने आए हैं. बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ज्योति का यमुनानगर में स्वागत किया. एसोसिएशन ने 10 किलोमीटर तक ज्योति के साथ साइकिलिंग कर शहर से विदा किया.

यमुनानगर: साइकिल चला कर देश को महिला सुरक्षा का संदेश देने वाली आंध्रा प्रदेश की ज्योति शनिवार को यमुनानगर पहुंची. यहां इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ज्योति का स्वागत किया.

बता दें कि ज्योति अब तक 12 हजार किलोमीटर का सफर साइकिल से तय कर चुकी हैं. वे दुनिया को संदेश देना चाहती है कि भारत की सड़के महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं.
ज्योति का लक्ष्य 35 हजार किलोमीटर का सफर साइकिल से तय कर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाना है. 'इंडियन रोड्स आर सेफ' संदेश के साथ ज्योति हैदराबाद से साइकिलिंग करते हुए पूरे देश की यात्रा पर निकली हैं.

12 हजार किलोमीटर का सफर कर यमुनानगर पहुंची ज्योती
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ज्योति ने बताया कि वे हैदराबाद, कन्याकुमारी से होते हुए दिल्ली से लद्दाख, पंजाब, चंडीगढ़ और अब यमुनानगर से नॉर्थ ईस्ट भारत जा रही हैं. उन्होंने बताया कि उनका संदेश इंडियन रोड्स आर सेफ है. उन्होंने कहा कि भारत की सड़कें महिलाओं को लिए सुरक्षित है. ज्योति ने बताया कि इस सफर में मदद के लिए काफी लोग सामने आए हैं. बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ज्योति का यमुनानगर में स्वागत किया. एसोसिएशन ने 10 किलोमीटर तक ज्योति के साथ साइकिलिंग कर शहर से विदा किया.


Slug.   Ynr_Safe indian raod@women
REPORTER.    RAJNI SONI
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एंकर भारत की सड़कें महिलाओ के लिए है सुरक्षित।यमुनानगर पहुंची आंध्रा प्रदेश की 35 वर्षीय ज्योति यही संदेश लेकर 30 हज़ार किलोमीटर साइकलिंग के लंबे सफर तय करने ओर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाने के लिये निकली हुई है ।ज्योति 12 हज़ार किलोमीटर  साइकिलिंग का सफर तय कर चुकी है।लोगो की मदद से बिना पैसे के साईकल पर निकली ज्योति जब यमुनानगर पहुंची तो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ज्योति के जज्बे को सलाम किया और ज्योति को सभी ने प्रेरणा स्त्रोत बताया।यमुनानगर से  जब ज्योति अपने लक्ष्य के अगले पड़ाव पर निकली तो आईएमए की साइकिलिंग टीम ने भी ज्योति के साथ 10 किलोमीटर तक साइकिलिंग कर उसे यमुनानगर से रवाना किया।




वीओ कौन कहता है कि आसमान में सुराख नही होता एक पथर तो तबियत से उछालो यारो ऐसे ही होंसले से भरी है ये कहानी ।ये जज्बा और जोश है ज्योति का जो न सिर्फ नाम की ज्योति है बल्कि अपनी सोच की लंबी उड़ान से करोड़ो देशवासियों में जागरूकता की ज्योति जला रही है।


वीओ जिन सड़को पर चलते हुए दिन रात डर का एहसास होता है ।लड़कियां सड़क पर सुरक्षित नही है हमारी सड़के सेफ नही है ऐसी बातों को झुठलाती एक ज्योति सब मे जगा रही है ज्योति।आज हम आपको एक ऐसी खबर दिखाने जा रहे है जो एक खबर नही एक लाखो करोड़ो देश वासियों के लिए एक मिसाल है।

वीओ इंडियन रोड्स आर सेफ यही संदेश लिए आंध्र प्रदेश से 30 हज़ार किलोमीटर साइकिलिंग का लक्ष्य ओर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए निकली 35 वर्षीय ज्योति की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है।

वीओ आप ही सुनिए जज्बे ओर मिसाल की पूरी कहानी ज्योति की जुबानी।ज्योति ने बताया कि में हैदराबाद से साइकिलिंग करते हुए निकली हूं वहाँ से कन्याकुमारी से होते हुए दिल्ली ले लदाख पंजाब चंडीगढ़ और अब यमुनानगर से नार्थईस्ट जा रही हूं।ये में 30 हज़ार किलोमीटर साइकिलिंग करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रही हूं।जो कि इस साल नवंबर तक पूरा हो जाएगा यही लक्ष्य है।सन्देश यही है कि इंडियन रोड्स आर सेफ भारत की सड़कें महिलाओं को लिए सुरक्षित है।ज्योति ने बताया कि इस सफर में मदद के लिए काफी लोग सामने आए ।यहाँ तक कि ट्रक ड्राइवर्स ने भी रात को मदद की मुझे खाना खिलाया।हालांकि ज्यादातर लोग ड्राइवर्स को लेकर एक अलग धारणा बनी हुई है लोग डर जाते है।लेकिन ट्रक ड्राइवर्स ने मेरी बहुत मदद की।वही अगर कुछ गलत होना हो तो कही भी हो सकता है शहर में घर मे पड़ोस में।इसका मतलब ये नही की आप घर मे ही बन्द हो जाओ डर जाओ कही बाहर नही जा सकते।इस सब बातों को लेकर सबमे डर व्याप्त है।लेकिन हादसे तो होते रहते है लोग गाड़ियां खरीदना बन्द तो नही करते।

बाइट ज्योति साइकलिस्ट 


वीओ ज्योति ने बताया कि उसने अभी 12 हज़ार किलोमीटर तक का सफर तय कर लिया है।परिवार उनका प्रेरणास्रोत है।ज्योति ने बताया कि आज यमुनानगर से निकल रही हूं ऋषिकेश में मेरे पिता मिलने आ रहे है।ज्योति ने बताया कि अच्छी नीयत होनी चाहिए।सबके लिए सन्देश है कि सोचने के पैसे नही लगते सपने देखने के पैसे नही लगते।खुलकर सपने देखो रास्ता अपने आप निकल जायेगा।डरने की जरूरत नही है।लम्बे सफर पर निकली ज्योति ने कहा कि डरने की जरूरत नही है ।आज देश भर में जागरूकता है साइकिलिंग के लिए अलग अलग शहरों में कम्युनिटी बनी हुई है उनके रुकने में साइकिलिंग कम्युनिटी मदद करती है आगे से आगे लिंक मिल जाते है जैसे यमुनानगर के डॉक्टर्स ने मेरी मदद की रात को इन्ही लोगो ने ठहराया।कही रास्ते मे जंगल आता है तो फारेस्ट विभाग भी मदद करता है गेस्ट हाउस मिल जाता है।आज जो सब में कर रही हूं लोगो ने इसमे मेरी मदद की है एक रुपये से लेकर एक लाख तक मुझे सबके विश्वास को आगे लेकर जाना है पूरे देश का नाम रोशन करना है।


बाइट ज्योति साइकलिस्ट 

वीओ वही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ योगेश जिंदल ने बताया कि हमारी एसोसिएशन ने ज्योति का स्वागत किया।हमारे सभी डॉक्टर्स सदस्यों  ने ज्योति से बातचीत की ।ज्योति प्रेरणा का स्त्रोत है सभी के लिए।आज के समय जब सबके अंदर डर है उसी डर को चीरती हुई अकेली लड़की इतना बड़ा सन्देश लिए हज़ारो किलोमीटर तक चल चुकी है।जब कोई जगह नही मिलती तो ये या तो खुद टेंट लगाकर कभी मंदिर कभी गुरुद्वारे में रुकती है और फिर अपने लक्ष्य की और चल पड़ती है।इंडियन रोडस आर सेफ यही संदेश लेकर ये एक बहुत बड़ी मिसाल है और ये मील का पथर साबित होगी।ये एक उदाहरण है कि ऐसा कोई डर नही गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में  नाम दर्ज करवा ये ज्योति देश का नाम रोशन करने जा रही है।

बाइट डॉ योगेश जिंदल प्रेसीडेंट आईएमए 


वीओ डॉक्टर विक्रम भारती ने कहा कि डॉक्टर्स भी सबको जागरूक करते है लेकिन जिस बड़े होंसले के साथ ज्योति निकली है उसके जज्बे को सलाम है ।आई एम के हम सदस्य है लगभग 20 सदस्यों के पास बेटियां है ज्योति ने समाज को दिखा दिया है कि बेटा बेटी एक समान है और सभी बेटियों को बराबर समझें।ज्योति बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे को भी सार्थक कर रही है।


बाइट डॉ विक्रम भारती सदस्य आईएमए
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