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प्राइवेट कंपनी का ईमेल विदेश से हैक, हैकर्स ने लगाया सवा करोड़ का चूना

हरियाणा के यमुनानगर जिले से साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. एक प्राइवेट कंपनी का ईमेल हैकर्स ने हैक कर लिया और करीब एक करोड़ रुपये की ठगी कर ली.

यमुनागर इस्जैक कंपनी साइबर ठगी
यमुनागर इस्जैक कंपनी साइबर ठगी
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Published : Feb 13, 2021, 5:36 PM IST

Updated : Mar 2, 2021, 2:36 PM IST

यमुनानगर: यमुनानगर स्तिथ इस्जैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड की ईमेल आइडी हैक कर हैकरों द्वारा सवा करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. ये पैसा लंदन के टीएसबी नाम के बैंक अकाउंट में डलवाया गया. इसका पता तब लगा, जब कंपनी के पास पेमेंट नहीं पहुंची. दो बार में यह ठगी की गई है. इस ठगी से जुड़ी पुलिस को दो अलग-अलग शिकायत मिली है जिस पर पुलिस ने कारवाई करते हुए धारा 420,406 और 66 डी के तहत दो एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

प्राइवेट कंपनी का ईमेल विदेश से हैक, हैकर्स ने लगाया सवा करोड़ का चूना

इस्जैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड विभिन्न तरह की लोहे की प्लेट, ट्यूब व अन्य सामान तैयार करती है यहां से माल विदेशों में भी जाता है कच्चा माल विदेशों से यहां मंगवाया जाता है. पुलिस को दी शिकायत में इस्जैक के वाइस प्रेसिडेंट मैटेरियल विभाग अनिल सुंदर ने बताया कि माल तैयार करने के लिए स्ट्रिप फीडिंग लाइन फ्रांस की बीएसबी कंपनी से मंगवाया जाता है. ईमेल के माध्यम से कंपनी से संपर्क किया जाता है. बीएसबी कंपनी की ओर से ईमेल के माध्यम से बीएनबी परिभाष बैंक का अकाउंट नंबर भेजा गया जिसमें 80 हजार 503 यूरो भेजे जाने थे. इसी बीच दो अक्टूबर 2020 को बीएसबी कंपनी व इस्जैक की ईमेल आइडी हैकरों ने हैक कर ली थी. जिस पर उनकी आइडी पर मैसेज भेजा गया जिसमें टीएसबी बैंक लंदन का अकाउंट नंबर दिया गया. इसमें 80 हजार 503 यूरो भिजवाने के लिए कहा गया. यह भारतीय मुद्रा के अनुसार 75 लाख 11 हजार 520 रुपये होते हैं. यह पैसा कंपनी के अकाउंट में डाल दिया गया. बाद में पता लगा कि बीएसबी कंपनी की ओर से यह मैसेज नहीं भेजा गया.

ये भी पढ़ें- बहादुरगढ़ महापंचायत में चढूनी-टिकैत में दिखी दूरी!

इसी तरह से कंपनी के साथ एक और ठगी हुई. शिकायत वाइस प्रेसिडेंट अनिल सुंदर की ओर से दी गई. इसमें कहा गया कि इस्जैक कंपनी में नवल ब्रास प्लेट केएमई मैनफील्ड जर्मनी से आती है. यहां से माल मंगवाया गया था. इस कंपनी से भी ईमेल के माध्यम से ही बातचीत होती थी. यहां से मंगवाए गए नवल ब्रास के लिए भी 34 हजार 431 यूरो मंगवाए गए. यह भारतीय मुद्रा के हिसाब से 30 लाख आठ हजार 236 रुपये बनता है. यह पैसा भी टीसीएस लंदन के बैंक अकाउंट में मंगवाया गया.

फिलहाल पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है. एडीशनल एसएचओ सतपाल ने बताया कि उन्हें इसजेक के वाईस प्रेजिडेंट अनिल सुंदर की और से शिकायत दी गयी है कि मेल आईडी हैक कर करीब दो मामलों में सवा करोड़ की ठगी हुई है. इस मामले में हमने धारा 420,406,और 66 डी आईटीएक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- रोहतक में खूनी 'दंगल', अखाड़े के विवाद में 5 पहलवानों की गोली मारकर हत्या

यमुनानगर: यमुनानगर स्तिथ इस्जैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड की ईमेल आइडी हैक कर हैकरों द्वारा सवा करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. ये पैसा लंदन के टीएसबी नाम के बैंक अकाउंट में डलवाया गया. इसका पता तब लगा, जब कंपनी के पास पेमेंट नहीं पहुंची. दो बार में यह ठगी की गई है. इस ठगी से जुड़ी पुलिस को दो अलग-अलग शिकायत मिली है जिस पर पुलिस ने कारवाई करते हुए धारा 420,406 और 66 डी के तहत दो एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

प्राइवेट कंपनी का ईमेल विदेश से हैक, हैकर्स ने लगाया सवा करोड़ का चूना

इस्जैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड विभिन्न तरह की लोहे की प्लेट, ट्यूब व अन्य सामान तैयार करती है यहां से माल विदेशों में भी जाता है कच्चा माल विदेशों से यहां मंगवाया जाता है. पुलिस को दी शिकायत में इस्जैक के वाइस प्रेसिडेंट मैटेरियल विभाग अनिल सुंदर ने बताया कि माल तैयार करने के लिए स्ट्रिप फीडिंग लाइन फ्रांस की बीएसबी कंपनी से मंगवाया जाता है. ईमेल के माध्यम से कंपनी से संपर्क किया जाता है. बीएसबी कंपनी की ओर से ईमेल के माध्यम से बीएनबी परिभाष बैंक का अकाउंट नंबर भेजा गया जिसमें 80 हजार 503 यूरो भेजे जाने थे. इसी बीच दो अक्टूबर 2020 को बीएसबी कंपनी व इस्जैक की ईमेल आइडी हैकरों ने हैक कर ली थी. जिस पर उनकी आइडी पर मैसेज भेजा गया जिसमें टीएसबी बैंक लंदन का अकाउंट नंबर दिया गया. इसमें 80 हजार 503 यूरो भिजवाने के लिए कहा गया. यह भारतीय मुद्रा के अनुसार 75 लाख 11 हजार 520 रुपये होते हैं. यह पैसा कंपनी के अकाउंट में डाल दिया गया. बाद में पता लगा कि बीएसबी कंपनी की ओर से यह मैसेज नहीं भेजा गया.

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इसी तरह से कंपनी के साथ एक और ठगी हुई. शिकायत वाइस प्रेसिडेंट अनिल सुंदर की ओर से दी गई. इसमें कहा गया कि इस्जैक कंपनी में नवल ब्रास प्लेट केएमई मैनफील्ड जर्मनी से आती है. यहां से माल मंगवाया गया था. इस कंपनी से भी ईमेल के माध्यम से ही बातचीत होती थी. यहां से मंगवाए गए नवल ब्रास के लिए भी 34 हजार 431 यूरो मंगवाए गए. यह भारतीय मुद्रा के हिसाब से 30 लाख आठ हजार 236 रुपये बनता है. यह पैसा भी टीसीएस लंदन के बैंक अकाउंट में मंगवाया गया.

फिलहाल पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है. एडीशनल एसएचओ सतपाल ने बताया कि उन्हें इसजेक के वाईस प्रेजिडेंट अनिल सुंदर की और से शिकायत दी गयी है कि मेल आईडी हैक कर करीब दो मामलों में सवा करोड़ की ठगी हुई है. इस मामले में हमने धारा 420,406,और 66 डी आईटीएक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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Last Updated : Mar 2, 2021, 2:36 PM IST
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