यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में जहां पिछले करीब 25 दिन से ठंड ने कहर बरपाया हुआ था. तो वहीं फसलों के लिए किसान बरसात का इंतजार कर रहे थे. 2 दिन तक रुक-रुक कर हुई बरसात के बाद खिली हुई धूप से फसलों पर अच्छा प्रभाव पड़ा है. जिससे किसान भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. हिमाचल के पहाड़ी इलाकों के साथ सटा हरियाणा का यमुनानगर जिला जहां हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद सबसे पहले ठंड की चपेट में आता है.
यहां जनवरी के महीने में ऐसे हालात थे कि एक तरफ तो तापमान न्यूनतम 4 डिग्री तक पहुंच चुका था तो वहीं फसलों को भी बरसात की बेहद जरूरत हो रही थी. पिछले 2 दिन रुक-रुक कर हुई बरसात से गेहूं और सरसों की फसल को काफी लाभ मिला है. कृषि अधिकारी ने बताया कि इस बरसात की वजह से फसलों की हल्की फुल्की बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं.
वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह बरसात के बाद धूप खिली है तो किसानों को ध्यान देना चाहिए कि गेहूं में कहीं पीला रतुआ तो नहीं आ रहा यदि इस तरह के संकेत दिखाई देते हैं तो तुरंत कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें. वहीं किसानों ने भी बताया कि इन दिनों गेहूं की फसल को पानी की बेहद जरूरत होती है और बरसात ने वह काम पूरा कर दिया है.
ये भी पढ़ें: फरीदाबाद नगर निगम की अनदेखी: सड़कों में गड्ढे तो कहीं पानी की समस्या लोगों को कर रही लाचार
वहीं, उन्होंने बताया कि सरसों की फसल में सिंचाई नहीं की जाती और हल्की बरसात ने सरसों की भी ताकत बढ़ा दी है. मौसम विभाग के अनुसार अगले हफ्ते में 2 दिन लगातार बरसात होने की उम्मीद जताई जा रही है हालांकि सेम वाले इलाकों में किसानों को तेज बरसात का डर भी सता रहा है. क्योंकि तेज बारिश से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हो सकता है. जो कि अभी तक सरसों और गेहूं की फसल की पैदावार काफी अच्छी मानी जा रही है. (light rain in Yamunanagar) (Crops benefit from light rain in Yamunanagar) (yellow rust in mustard)
ये भी पढ़ें: हरियाणा मौसम अपडेट: इन जिलों में माइनस में पहुंचा तापमान, जानिए कब मिलेगी शीत लहर से राहत