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पश्चिमी यमुना नहर की पटरी निर्माण में हुआ घटिया मटेरियल का इस्तेमाल

रादौर में लगभग 6 महीनों पहले पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को करोडों रूपए की लागत से पक्का करवाया गया था, लेकिन कुछ महीनों में ही नहर के पक्के किए गए किनारे घटिया मटेरियल के कारण टूटकर बिखरने लगे हैं.

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Published : Mar 23, 2019, 7:58 AM IST

पश्चिमी यमुना नहर की पटरी में हुआ घटिया मैटिरियल इस्तेमाल

यमुनानगर: रादौर में लगभग 6 महीनों पहले पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को करोडों रूपए की लागत से पक्का करवाया गया था, लेकिन कुछ महीनों में ही नहर के पक्के किए गए किनारे घटिया मटेरियल के कारण टूटकर बिखरने लगे हैं.

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को पक्का किए जाने के मामले की जांच की मांग की है, लेकिन सिंचाई विभाग आंख बंदकर बैठा हुआ है.

पश्चिमी यमुना नहर की पटरी में हुआ घटिया मैटिरियल इस्तेमाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर के किनारे पक्के करने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. कई जगह से पश्चिमी यमुनानहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है. लोगों का कहना है कि अभी नहर में इतना पानी भी नहीं छोडा गया है, इसके बावजूद नहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है. जिससे पता चलता है कि पटरी बनाने के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. रादौर के पक्का घाट के पास की पटरी के पत्थर टूटकर बिखर चुके हैं. ऐसे में यदि नहरी विभाग द्वारा नहर में अधिक पानी छोड़ा गया तो टूटी पटरी के पत्थरों के कारण शहर के आस्तित्व को भी खतरा पहुंच सकता है.

पश्चिमी यमुना नहर की पटरी में हुआ घटिया मैटिरियल इस्तेमाल

इस बारे एसडीएम रादौर कंवरसिंह ने कहा कि इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है. वहीं उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की पटरी के किनारों को पक्का किए जाने में कोई अनियमितता न बरती जाए क्योंकि ऐसा न हो की मानसून के समय इससे आबादी क्षेत्र को नुक्सान पंहुचे.

यमुनानगर: रादौर में लगभग 6 महीनों पहले पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को करोडों रूपए की लागत से पक्का करवाया गया था, लेकिन कुछ महीनों में ही नहर के पक्के किए गए किनारे घटिया मटेरियल के कारण टूटकर बिखरने लगे हैं.

इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को पक्का किए जाने के मामले की जांच की मांग की है, लेकिन सिंचाई विभाग आंख बंदकर बैठा हुआ है.

पश्चिमी यमुना नहर की पटरी में हुआ घटिया मैटिरियल इस्तेमाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि पश्चिमी यमुना नहर के किनारे पक्के करने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. कई जगह से पश्चिमी यमुनानहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है. लोगों का कहना है कि अभी नहर में इतना पानी भी नहीं छोडा गया है, इसके बावजूद नहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है. जिससे पता चलता है कि पटरी बनाने के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. रादौर के पक्का घाट के पास की पटरी के पत्थर टूटकर बिखर चुके हैं. ऐसे में यदि नहरी विभाग द्वारा नहर में अधिक पानी छोड़ा गया तो टूटी पटरी के पत्थरों के कारण शहर के आस्तित्व को भी खतरा पहुंच सकता है.

पश्चिमी यमुना नहर की पटरी में हुआ घटिया मैटिरियल इस्तेमाल

इस बारे एसडीएम रादौर कंवरसिंह ने कहा कि इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है. वहीं उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की पटरी के किनारों को पक्का किए जाने में कोई अनियमितता न बरती जाए क्योंकि ऐसा न हो की मानसून के समय इससे आबादी क्षेत्र को नुक्सान पंहुचे.


---------- Forwarded message ---------
From: BHUPINDER KUMAR <bjishtu@gmail.com>
Date: Fri 22 Mar, 2019, 16:32
Subject: Fwd: स्क्रिप्ट + लिंक =------ रादौर में घटिया मटीरियल के चलते छह महीने में ही टूटने लगी पश्चमी यमुनानहर की पटरी, एसडीएम ने सिंचाई विभाग को दिए निर्देश
To: BHUPINDER KUMAR JISHTU <bhupinderkumar@etvbharat.com>



---------- Forwarded message ---------
From: कुलदीप सैनी रादौर <kuldeepindianews@gmail.com>
Date: Fri 22 Mar, 2019, 16:22
Subject: स्क्रिप्ट + लिंक =------ रादौर में घटिया मटीरियल के चलते छह महीने में ही टूटने लगी पश्चमी यमुनानहर की पटरी, एसडीएम ने सिंचाई विभाग को दिए निर्देश
To: BHUPINDER KUMAR <bjishtu@gmail.com>


रादौर से कुलदीप सैनी की रिपोर्ट 
टोटल फाइल - 4 
4 files 
RADAUR_NAHAR KI PATRI_04.wmv 
RADAUR_NAHAR KI PATRI_02.wmv 
RADAUR_NAHAR KI PATRI_01.wmv 
RADAUR_NAHAR KI PATRI_03.wmv 


स्टोरी - घटिया मटीरियल के चलते छह  महीने में ही टूटने लगी पश्चमी यमुनानहर की पटरी, स्थानीय लोगो ने की जाँच की मांग। एसडीएम ने दिए सिंचाई विभाग को कार्य में कोताही न बरतने के निर्देश। 

एंकर - रादौर में लगभग 6 महीनों पहले पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को करोडों रूपए की लागत से पक्का करवाया गया था। लेकिन कुछ महीनों में ही नहर के पक्के किए गए किनारे घटिया मैटिरियल के कारण टूटकर बिखरने लगे है। लेकिन सिंचाई विभाग आंख बंदकर बैठा हुआ है। अब इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पश्चिमी यमुना नहर के किनारों को पक्का किए जाने के मामले की जांच की मांग की है।

vo -  स्थानीय लोगो ने बताया कि पश्चिमी यमुनानहर के किनारे पक्के करने में  घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। कई जगह से पश्चिमी यमुनानहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है। लोगों का कहना है कि अभी नहर में इतना पानी भी नहीं छोडा गया है, इसके बावजूद नहर की पटरी टूटकर बिखरने लगी है। जिससे पता चलता है कि पटरी बनाने के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। रादौर के पक्का घाट के पास की पटरी के पत्थर टूटकर बिखर चुके है। ऐसे में यदि नहरी विभाग द्वारा  नहर में अधिक पानी छोडा गया तो टूटी पटरी के पत्थरों के  कारण शहर के आस्तित्व को भी खतरा पहुंच सकता है।  

vo -  इस बारे एसडीएम रादौर कंवरसिंह ने कहा की इस मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। वही  उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिए की पटरी के किनारो को पक्का किये जाने में कोई अनियमितता न बरती जाए। क्योकिं ऐसा न हो की मानसून के समय इससे आबादी क्षेत्र को नुक्सान पंहुचे।   

बाईट -  सुरेंद्र सिंह, स्थानीय निवासी (फाइल नंबर - 2 ) 
बाईट -  मानसिंह, स्थानीय निवासी (फाइल नंबर - 3  
बाईट - कंवर सिंह, एसडीएम, रादौर (फाइल नंबर - 4  

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Regards-
Kuldeep Saini
Correspondant,Radaur
7404590328
9996190328


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