यमुनागर: कलानौर के पास बना रेलवे अंडरपास (Kalanaur Underpass Yamunanagar) लोगों के लिए मुसीबत बना है. सबसे ज्यादा खतरा स्कूल जाने वाले बच्चों की जान को है. क्योंकि उन्हें स्कूल जाने के लिए रेलवे ट्रैक को जान हथेली पर रखकर पार करना पड़ रहा है. दरअसल रेलवे ट्रैक के एक तरफ कलानौर गांव (Kalanaur Village Yamunanagar) है और दूसरी तरफ स्कूल है. लोगों और बच्चों की सहूलियत के लिए यहां अंडरपास बनाया गया था.
पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते थोड़ी सी बारिश में ये अंडरपास तालाब बन जाता है. जिससे आमजन को परेशानी तो होती ही है. स्कूल में जाने वाले बच्चे भी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं. क्योंकि बारिश के बाद से अंडरपास में पानी भरा है. जिससे कपड़े खराब होने का डर तो रहता ही है. साथ में सांप-बिच्छू का डर भी बच्चों को सताता है. इसलिए बच्चे अंडर पास की जह रेल की पटरी से होकर स्कूल आते-जाते हैं. जिससे उन्हें जान का खतरा बना रहता है.
ये अंडरपास हरियाणा और उत्तर प्रदेश को भी जोड़ता है. पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से यहां बरसात के दिनों में पानी भरा रहता है. जिससे की आम लोगों को काफी परेशानी होती है. गांव के पूर्व सरपंच ने बताया कि ये रास्ता सहारनपुर जाता है.
यहां से लोग अस्पताल के लिए यमुनानगर, जगाधरी भी जाते हैं. इसके अलावा ये रास्ता कई गांव को जोड़ता है, लेकिन बरसात के दिनों में ये तालाब बन जाता है. उन्होंने प्रशासन ने पानी निकासी की व्यवस्था करने की मांग की. यहां पर नया रेलवे ट्रैक बिछाने का काम चला हुआ है. हाल ही में उसका पुल बन कर तैयार हुआ है, लेकिन पुल के दोनों तरफ सड़क की ऊंचाई होने की वजह से रेलवे अंडरपास में पानी भर जाता है. अंडरपास के नीचे की सड़क भी टूट चुकी है. सड़क में गड्ढे होने की वजह से वाहनों को काफी नुकसान हो रहा है.