यमुनानगर: जिले में बदमाशों को अब पुलिस का खौफ नहीं रहा. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा हुआ है यमुनानगर के बिलासपुर क्षेत्र के मारवां कलां गांव में. यहां एक पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमला किया गया. इसके अलावा पीड़ित पुलिसकर्मी को अपने ही विभाग पर भरोसा नहीं है. पीड़ित पुलिसकर्मी का कहना कि इस मामले में पुलिस सही ढंग से कार्रवाई नहीं कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार गुरुग्राम पुलिस में तैनात कांस्टेबल नेपाल सिंह कई दिन पहले अपने घर पर क्वारंटाइन हुआ था. दो दिन पहले उनके गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम था. इस दौरान उनके बच्चों का गांव के ही दूसरे परिवार के बच्चों के साथ झगड़ा हो गया. जिसकी शिकायत उन्होंने बिलासपुर पुलिस थाना को दी थी. इसके बाद दूसरे पक्ष को लेग उनके घर पर हमला करने पहुंचे.
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इस दौरान कांस्टेबल नेपाल सिंह कोरोना जांच के लिए मेडिकल करवाने जा रहा था. वहीं करीब 100 बदमाशों ने उन पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया. जिस दौरान वह गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया. उसके बाद बदमाशों ने उनके परिवार के लोगों पर भी हमला किया. जिसमें परिवार के भी कई लोग घायल हुए हैं.
वहीं पीड़ित नेपाल सिंह का कहना है कि जब पुलिसकर्मी का ही परिवार सुरक्षित नहीं होगा तो आम जनता का क्या हाल होगा. उन्होंने बिलासपुर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह आरोपी पक्ष का साथ दे रहे हैं. इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए. बता दें कि, पीड़ित पुलिसकर्मी आर्मी से रिटायर होकर पुलिस में भर्ती हुआ था और इन दिनों वह गुरुग्राम में कांस्टेबल के पद पर तैनात है.
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