यमुनानगर: कृषि मंत्री द्वारा किसानों पर विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. रविवार को रादौर के गांव जुब्बल में आयोजित किए गए इनेलो के किसान मजदूर जन जागरण अभियान में भाग लेने पहुंचे पूर्व विधायक व इनेलो नेता चौ. अभय सिंह चौटाला कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसानों पर की गई विवादित टिप्पणी पर जमकर बरसे.
कृषि मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को सत्ता में बैठने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसा व्यक्ति समाज व किसानी के ऊपर कलंक है. अभय चौटाला ने कहा कि वो दलाल खाप से आग्रह करेगें कि वो जेपी दलाल को समाज से निकालने की पहल करे.
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जेपी दलाल जब विधानसभा में पहुंचे. तो सभी पक्ष व विपक्ष के सदस्य जिन्होंने किसान के घर जन्म लिया है. उनके गो बैक के नारे लगाए और जब तक वो कान पकड़कर माफी न मांगे. तब तक उन्हें माफ नहीं करें.
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भूपेंद्र सिंह हुड्डा बीजेपी के एजेंट हैं: अभय चौटाला
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव केवल कागजों तक ही सीमित है. क्योंकि जब बीजेपी सरकार इस प्रस्ताव को लेकर आई थी तब उन्होंने इस पर कोई चर्चा नहीं की. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा बीजेपी का एजेंट हैं. क्योंकि सुभाष चंद्रा को राज्यसभा सदस्य बनाने में कांग्रेस ने भी अहम भूमिका निभाई थी और जब अपने बेटे को राज्यसभा भेजने की बात आई. तब भी उन्होंने अंदरखाने बीजेपी से समझौता कर लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव के नाम पर वह केवल शोर शराबा करेगी और सदन से बाहर चली जाएगी.
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कांग्रेस लेकर आई थी इन तीन कृषि कानूनों को: अभय चौटाला
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जब केन्द्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी. तब कांग्रेस पार्टी की इस काले बिल को टेबल पर लेकर आई थी, लेकिन उसके पास बहुमत न होने के कारण इसे कमेटी के पास भेज दिया गया. जब बीजेपी सत्ता में आई तो उन्होंने अपने बहुमत से इस पास कर दिया.
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कानून वापसी से किसान आंदोलन नहीं होगा बंद: अभय चौटाला
उन्होंने कहा कि कृषि कानून काला कानून है. केन्द्र सरकार इसके माध्यम से देश के किसानों को अपमानित करने का कार्य कर रही है. सरकार को इस कानून को जल्द से जल्द वापस लेना चाहिए. अगर सरकार ये सोच रही है कि कानून वापसी से पहले किसान आंदोलन को समाप्त कर देगें तो ये उसकी भूल है.
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