सोनीपत: कोरोना वायरस के संकट के कारण विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के विद्यार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े इसको लेकर डीसीआरयूएसटी काफी संवेदनशील है. कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि पाठ्यक्रम को लेकर किसी भी संबद्ध कॉलेज के विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
संबद्ध कॉलेज के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय के सभी प्रकार के संशाधन उपलब्ध करवाए जाएगें. विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेज के प्राचार्यों और निदेशकों की एक ऑनलाइन मीटिंग का आयोजन विश्वविद्यालय की कॉलेज शाखा द्वारा किया गया था. इसमें फैसला लिया गया कि प्रोफेसरों की शिक्षण सामग्री कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रहेगी.
डीसीआरयूएसटी न केवल अपने कैंपस के विद्यार्थियों के लिए कोरोना वायरस के संकट के समय में साथ खड़ा है, बल्कि विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज व निजी कॉलेज के विद्यार्थियों के प्रति भी संवेदनशील है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों की शिक्षण सामग्री संबद्ध कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए भी उपलब्ध रहेगी. अगर कोई निजी कॉलेज विश्वविद्यालय से इस संदर्भ में मदद मागेंगा तो संबंधित कॉलेज की हर संभव मदद की जाएगी.
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डीसीआरयूएसटी के पुस्तकालय का सदुपयोग कर सकेंगे संबद्ध कॉलेज के विद्यार्थी
अगर विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज का विद्यार्थी समय का सदुपयोग करते हुए अतिरिक्त पाठ्यसामग्री चाहता है, तो विद्यार्थी इसके लिए विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के संसाधनों का सदुपयोग भी कर सकते हैं. कॉलेज की मांग पर विश्वविद्यालय द्वारा यूजर नेम और पासवर्ड उपलब्ध करवा दिया जाएगा, ताकि वे ई रिसोर्सिज का ज्यादा से ज्यादा निशुल्क लाभ उठा सकें.
ऑनलाइन दी जा रही शिक्षा में स्वयं को बनाएं दक्ष
कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण का हम सबको मिलकर मुकाबला करना है. इस दौरान हमें एक दूसरे की मदद भी करनी है. अगर किसी संबद्ध कॉलेज के शिक्षक को ऑनलाइन पाठ्यक्रम शिक्षण सामग्री विद्यार्थियों तक पहुंचाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी हर प्रकार से मदद करने के लिए तैयार है.
परीक्षाओं को लेकर सरकार का निर्णय किया जाएगा लागू
लॉकडाउन के कारण अगर किसी विद्यार्थी का तकनीकी कारणों से पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं हो पाया तो, ऐसे छात्रों के लिए विश्वविद्यालय लॉकडाउन की समाप्ति पर 15 दिन की विशेष कक्षाओं का आयोजन करेगा. इन्हीं 15 दिनों में प्रायोगिक कक्षाओं का भी आयोजन किया जाएगा, ताकि वंचित छात्र एवं छात्राओं का पाठ्यक्रम पूर्ण कराया जा सके. परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय सरकार का निर्णय लागू करेगी. संभावना है कि अंतिम वर्ष की परीक्षा का आयोजन पहले किया जाए. अगर हालात सामान्य नहीं हुए तो शेष विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा व हालात सामान्य होने पर उनकी परीक्षा ली जाएगी.
विश्वविद्यालय नहीं आने देगा विद्यार्थियों को परेशानी: कुलपति
कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं के हितों को सर्वोपरि रखा जाता है. विश्वविद्यालय किसी कारण से ऑनलाइन पाठ्यक्रम पूर्ण करने से वंचित रहने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन करेगा. विश्वविद्यालय के संशाधन संबद्ध कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रहेगें. कुलपति ने संबद्ध कॉलेज के प्राचार्यों से कहा कि वे अपने छात्र एवं छात्राओं को केंद्र व प्रदेश सरकार के निर्देशों का पालन करने के निर्देश दें, ताकि जल्द से जल्द कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके.
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