सोनीपत: हरियाणा सरकार द्वारा गन्ने के दाम केवल 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाए जाने से किसान नाराज हैं. अब हरियाणा में गन्ने के दाम 362 रुपए से बढ़कर 372 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं. इस पर रोष व्यक्त करते हुए सोनीपत में गन्ना किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हरियाणा के गन्ना किसान गन्ने के दाम 450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग पर अड़े हैं. वे काफी लंबे समय से गन्ने के भाव में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. किसानों ने हरियाणा की शुगर मिलों की तालाबंदी कर रखी है.
सोनीपत में भी किसानों ने गन्ने के भाव में महज 10 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करने पर नाराजगी जताई. सरकार के विरोध में गन्ना किसानों ने शुगर मिल से लेकर सभी चौक चौराहों से होते हुए ट्रैक्टर मार्च निकाला. इस दौरान किसानों ने गन्ने के दाम बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल नहीं करने तक आंदोलन जारी रखने की बात दोहराई. किसानों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी मांग माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.
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सोनीपत में ट्रैक्टर मार्च की अगुवाई करने वाली महिलाओं ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुना करने की केवल घोषणाएं कर रही है, जबकि इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है. प्रदर्शन में शामिल किसान नेता इंदु, अनमोल राणा व राजेश दहिया ने कहा कि सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है. उन्होंने प्रति क्विंटल महज 10 रुपए बढ़ाने को ऊंट के मुंह में जीरे के समान बताया. इस दौरान किसानों ने कहा कि सरकार ने 2014 से पहले अपने घोषणापत्र में कहा था कि 2022 में किसानों की आय को दोगुना करेंगे.
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सरकार ने केवल किसानों के साथ वादाखिलाफी ही की है. किसानों ने कहा कि जब तक गन्ने का भाव 450 रुपए प्रति क्विंटल नहीं किया जाएगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा और शुगर मिल बंद रहेंगे. शुगर मिल बंद होने से गन्ना किसानों को हो रहे नुकसान पर किसानों ने करनाल महापंचायत का फैसला बताते हुए कहा कि कोई भी किसान अपना गन्ना लेकर शुगर मिल नहीं जाएगा. अगर जरूरत पड़ी तो किसान अपने खेत में खड़ी फसल को आग के हवाले कर देगा.