सोनीपत: जिन हाथों में कॉपी-किताब होनी चाहिए. उन हाथों में आज बर्तन है. जिन्हें मन लगाकर पढ़ाई- लिखाई करनी चाहिए, वो बच्चे आज बर्तन धो रहे हैं. सोनीपत के प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद बच्चे खुद अपने बर्तन धो रहे हैं.
स्कूल में बर्तन धो रहे हैं बच्चे
जब इस बारे में बच्चों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो रोज ऐसे ही अपने गंदे बर्तन साफ करते हैं, लेकिन जब इस बारे में स्कूल की टीचर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है. बर्तन साफ करने के लिए कामवाली को रखा गया है.
खाना खाया है तो बर्तन भी धोने पड़ेंगे !
तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलती हैं और तस्वीरें यहीं बयां कर रही है कि प्राइमरी स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों से बर्तन साफ कराए जा रहे हैं. अब अगर बच्चे स्कूल में बर्तन साफ करेंगे तो फिर बच्चे पढ़ाई कब करेंगे ?? ये तो भगवान ही मालिक है.