सोनीपत: कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध जारी है. किसान बीते कई दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. आंदोलन से रोज अलग-अलग तस्वीरें निकलकर सामने आती हैं. लेकिन अब जो तस्वीर सामने आई है वो सबसे अलग है. दरअसल, ये पहली बार होगा जब किसी आंदोलन में ऑनलाइन एजुकेशन हो रही हो.
किसान आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए अब छात्र भी दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचने लगे हैं. पंजाब के नवाशहर से आए 11वीं कक्षा के छात्र अमनदीप अपने पिता की जगह कृषि कानूनों का विरोध करने पहुंचे हैं. लेकिन उन्होंने आंदोलन के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा हुआ है.
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अमनदीप ने बताया कि वो सुबह और शाम दो समय ऑनलाइन क्लास लेते हैं और बाकी के समय लंगर में सेवा करते हैं. अमनदीप का कहना है कि उनके पिता किसान हैं और वो किसानी को समझते हैं. खेती उनके लिए सब कुछ है. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार तीनों काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती उनका आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
गौरतलब है कि किसान आंदोलन में अब स्कूल और कॉलेज के छात्र भी शामिल होने लगे हैं. इनका यही कहना है कि अगर किसान ही नहीं रहेगा तो उनकी शिक्षा का क्या मतलब. इन छात्रों के हौसले इतने बुलंद हैं कि कड़कड़ाती ठंड में ये किसानों के साथ आंदोलन का हिस्सा बन रहे हैं और साथ ही ऑनलाइन शिक्षा ले रहे हैं.