सोनीपत: 'दिल्ली चलो' आंदोलन के तीन दिन किसान हरियाणा और दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. उनकी आगे की रणनीति क्या होगी ये अभी तक साफ नहीं है. हर सुबह आगामी रणनीति को लेकर बैठक की जाती है. लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है. बताया जा रहा है कि हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में आज एक गुप्त स्थान पर पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा आगामी रणनीति को लेकर बैठक की जा रही है.
किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मनी जाती तब तक वो हटेंगे नहीं. दिल्ली सरकार ने उन्हें बुराड़ी में निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दी है, लेकिन किसान इस बात की जिद पर अड़े हैं कि या तो वो सिंघु बॉर्डर पर ही प्रदर्शन करेंगे या उन्हें दिल्ली जाने दिया जाए.
बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों को बात करने का न्योता दिया है. अमित शाह ने कहा कि सरकार 3 दिसंबर से पहले भी बात करने को तैयार है. उन्होंने शर्त रखते हुए कहा कि किसानों को तय जगह यानी बुराड़ी आना पड़ेगा. जिसको लेकर किसान नेताओं द्वारा लगातार बैठक की जा रही है.
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