सोनीपत: कृषि कानूनों का विरोध में लगातार किसान दिल्ली के बॉर्डर को सील करके बैठे हैं. इसी कड़ी में किसानों ने आज शाम को दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाले केएमपी-केजीपी को भी जाम कर दिया था, लेकिन करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सोनीपत एसडीएम विजय सिंह ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए जान को खुलवा दिया.
गौरतलब है कि शाम को करीब 6:00 बजे के आसपास किसानों ने केएमपी केजीपी को जाम कर दिया. सड़क जाम होते ही दोनों तरफ कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया. केएमपी-केजीपी एक्स्प्रेसवे जाम होने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, लेकिन सोनीपत एसडीएम विजय सिंह ने कड़ी मशक्कत के बाद किसानों से बातचीत करके जाम खुलवाया और यहां का ट्रैफिक सुचारू रूप से शुरू करवाया.
इस संबंध में सोनीपत एसडीएम विजय सिंह ने कहा कि करीब 2 घंटे तक किसानों ने यहां पर जाम रखा, लेकिन अब किसान मान गए हैं और कुंडली बॉर्डर पर चल रहे धरने पर वो चले गए हैं.
ये भी पढ़ें: सोनीपत: कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने केएमपी-केजीपी किया जाम, घंटो बाद खोला
किसानों के प्रदर्शन को हुए 29 दिन
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 29 दिनों से पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. जिसकी वजह से सिंघु बॉर्डर पूरी तरह से जाम हो गया है. किसानों को मनाने के लिए केंद्र सरकार किसानों के साथ कई दौर की वार्ता कर चुकी है. पर किसानों का कहना है कि वो इन कानूनों में कोई बदलाव नहीं चाहते. बल्कि वे चाहते हैं कि सरकार पूरे कानून को ही रद्द कर दे. अभी हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने एमएसपी लिखित रूप से देने का आश्वासन दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि सरकार और किसानों के बीच बने अविश्वास का क्या निर्णय निकल कर सामने आता है?