सोनीपत: राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को प्रदेश सरकार दुर्घटना और जाम से मुक्त बनाने में लगी हुई है. प्रयासों को अमलीजामा पहनाने के लिए रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (एडीजीपी) संदीप खिरवार ने मंगलवार को लघु सचिवालय में एक विशेष बैठक ली. बैठक में उन्होंने लक्ष्य को हासिल करने के लिए एनएचएआई सहित अन्य संबंधित एजेंसियों और अधिकारियों के साथ गंभीरता से मंथन किया.
एडीजीपी संदीप खिरवार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 निर्माणाधीन है. ऐसी स्थिति में निर्माण कार्य पूर्ण होने तक मार्ग पर सुरक्षा के जरूरी बंदोबस्त करने भी जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली से हरियाणा की सीमा में जिला सोनीपत के तहत प्रवेश करने के साथ ही इस प्रकार के इंतजाम करने होंगे. इसके लिए उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि जाम और दुर्घटनाएं रोकने के लिए पुलिस का हर संभव सहयोग मिलेगा. दिल्ली से चंडीगढ़ तक इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरियाणा के पांच जिले आते हैं. इन पांचों जिलों के संयुक्त प्रयासों से राष्ट्रीय राजमार्ग को दुर्घटनारहित बनाया जाएगा. इसके लिए आईआरटीई संस्था का भी विशेष सहयोग लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आईआरटीई और हरियाणा पुलिस के बीच इस कार्य के अंतर्गत एमओयू भी किया गया है.
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एडीजीपी ने कहा कि सोनीपत की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर विशेष रूप से पांच ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. इनमें बहालगढ़ फ्लाईओवर, बीसवामील चौराहा, प्याऊ मनियारी, कुंडली और कमासपुर चौक शामिल हैं. इन स्थानों पर रेडलाइट, स्टॉप लाइन, जेब्रा क्रॉसिंग, सर्विस लेन सरीखी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ अतिक्रमण हटाने और गड्ढों को भरने की आवश्यकता है. ब्लैक स्पॉट बेहद संवेदनशील हैं. जिन पर जल्दी से जल्दी सुरक्षात्मक बंदोबस्त किए जाएं. जहां जल भराव होता है उनमें राई गांव शराब के ठेके तक का क्षेत्र, मुरथल में झिलमिल ढ़ाबा, भिगान-धतूरी मोड़ और जांटी चौक शामिल हैं. इन पर भी काम किया जाए.