सोनीपत: जब बेटा भये डिप्टी सीएम तो डर काहे का. जेब में नियम और ताक पर कानून. ये कहानी है सत्ता में शामिल जेजेपी के सरपरस्त अजय चौटाला के गोहाना में हुए कार्यक्रम की. यहां अजय चौटाला शायद ये भूल गए कि कोरोना के इस दौर में उस सरकार ने कुछ नियम, कानून, कायदे तय किये हैं जिसमें उनके सुपुत्र उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हैं. इस कार्यक्रम में अजय चौटाला के सामने उन्हीं के बेटे की सरकार के कायदों को किनारे किया जाता रहा.
अजय चौटाला ने नियमों को रखा ताक पर
जैसे ही अजय चौटाला गोहाना पहुंचे कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए अपने नेता को खुश करने की कोशिश की. वहीं इस दौरान अज्य चौटाला ने अपने शार्ष नेता को बिना मास्क पहने सम्मानित भी किया और बिना मास्क के नेता जी अपने शीर्ष नेतृत्व को निहारते रहे. कार्यक्रम में इन सबके बीच अजय चौटाला ने एक बार भी अपने कार्यकर्ताओं को नहीं समझाया कि ये नियमों की अवहेलना है बल्कि इतनी भारी संख्या में आने पर उनका धन्यवाद करते रहे.
दरअसल, बुधवार को गोहाना की मान धर्मशाला में जननायक जनता पार्टी के संस्थापक पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई थी. इस मीटिंग में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. खुद अजय सिंह चौटाला मास्क को ठीक से न पहनते हुए कार्यकर्ता और पार्टी के नेताओं के बीच बैठे रहे. जहां सोशल डिस्टेंसिंग की सरेआम धज्जियां भी उड़ाई गई. कार्यक्रम में कई नेताओं के मुंह पर मास्क तक नहीं लगे हुए थे, और जिन्होंने मास्क लगाए भी थे तो उन्होंने महज औपचारिकता निभाई, लेकिन ठीक से मास्क नहीं पहने. वहीं इस दौरान बाहर खड़ी पुलिस भी मुख दर्शक बनी रही.
क्या प्रशासन करेगा कार्रवाई ?
बता दें कि, प्रदेश में बिना मास्क के बाहर निकलने पर 500 रुपये का चालान काटा जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन पर भी 250 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. इन नियमों को मनवाने के लिए प्रशासन गोहाना में अब तक 200 आम लोगों का चालान कर चुका है, लेकिन क्या वही प्रशासन नेता जी और उनके कार्यकर्ताओं का चालान करेगा क्योंकि जो कुछ अजय चौटाला के कार्यक्रम में हुआ वो अब सरेआम है और तस्वीरें झूठ तो बोलती नहीं.
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