सोनीपत: लॉकडाउन के दौरान गरीब और मजदूर तबके के लोगों को रोजी–रोटी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. महामारी के इस दौर में गरीब लोगों की सहायता के लिए सामाजिक संस्थाएं और प्रशासन भोजन और राशन की व्यवस्था कर रही हैं. वहीं खरखौदा के पिपली कॉलेज में शेल्टर होम बनाया गया है, जिसमें लगभग 50 लोग रह रहे हैं.
इन सभी के लिए प्रशासन की ओर से भोजन का प्रबंध किया गया है. बताया जा रहा है कि शेल्टर होम में ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश के लिए पलायन करने वाले लोगों को रखा गया है. शेल्टर होम में प्रवासी मजदूरों के लिए सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है.
प्रशासनिक अधिकारी लगातर लोगों से पलायन न करने की अपील कर रहे हैं, लेकिन लोग अभी भी मानने को तैयार नहीं हैं. प्रदेशभर में प्रवासी मजदूर पलायन कर अपने–अपने गांव की ओर रुख कर रहे हैं.
सोनीपत जिले पुलिस के कप्तान जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि कोरोना के खतरे को भापते हुए जिले को पूरी तरह सील कर दिया गया है. प्रवासी मजदूरों के पलायन रोकने के लिए शेल्टर होम बनवाए गए हैं. जहां उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.
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एसएचओ खरखौदा जसबीर सिंह ने बताया कि लॉकडाउन का पालन ना करने वाले लोगों को पिपली शेल्टर होम भेजाे जा रहा है. वहीं तहसीलदार अनिल कुमार ने बताया कि ओम सत्य साईं संस्था खरखौदा ने पिपली के राजकीय महाविद्यालय के शेल्टर होम में लगभग 50 लोगों को सैनिटाइज कर उन्हें भोजन कराया गया है.