सोनीपत: गांव जठेडी में गरीबों के साथ अधिकारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. गांव जठेडी के गरीबों के लिए सड़ा हुआ गेहूं भेजा गया ऐसा गेहूं जिसे जानवर भी न खाए. जब ग्रामीण राशन डिपो पहुंचे तो उन्हें सड़ा हुआ गेहूं दिया गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. ग्रामीणों का कहना है कि इस अनाज को खाकर मरना नहीं है क्योंकि इस गेहूं को तो जानवर भी नहीं खाएंगे.
'अधिकारियों ने कहा बांटों सड़ा अनाज'
वहीं डिपो होल्डर ने कहा कि गेहूं भीगा हुआ था. उसकी शिकायत उच्च अधिकारियों की थी लेकिन इसे ही बांटे जाने के आदेश मिले हैं. हालांकि ग्रामीणों के विरोध के बाद गेहूं को बांटना बंद कर दिया गया है.
'ऑपरेशन गोदाम' से भी नहीं जागे अधिकारी!
बता दें कि हर साल सरकार के गोदामों में बारिश से अनाज भीगकर सड़ जाता है और यही सड़ा हुआ अनाज गरीबों को खाने के लिए भेज दिया जाता है. इसी को देखते हुए ईटीवी भारत ने 'ऑपरेशन गोदाम' चलाया है. 'ऑपरेशन गोदाम' के तहत ईटीवी भारत के रिपोर्टर हरियाणा में मौजूद अनाज गोदामों में जाकर अधिकारियों को गोदामों की स्थिति से रू-ब-रू करा रहे हैं. तााकि बारिश में अनाज सड़े नहीं और गरीब जनता तक सही अनाज पहुंचे.