सोनीपतः कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. हर रोज लोग अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइक से धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं. इन लोगों में महिलाएं, बच्चे और युवक सभी शामिल हैं. सिंघु बॉर्डर पर शुरू हुए आंदोलन में अब केवल किसान नहीं, बल्कि हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं.
किसान आंदोलन में महिलाएं, युवा और अब स्कूली बच्चे भी शामिल हो चुके हैं. पंजाब के नवा शहर से अपने परिवार के साथ 4 बच्चे भी सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे और किसानों के समर्थन में बैनर लेकर खड़े हुए.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए इन बच्चों ने कहा कि हम यहां पर इसलिए आए हैं क्योंकि सरकार ने किसानों के खिलाफ जो कानून लाए हैं वो किसानों के हक में नहीं हैं. ऐसे में सरकार को इन कानूनों को वापस ले लेना चाहिए.
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इन नन्हे बच्चों का कहना है कि वो किसानों के हक की आवाज उठाते रहेंगे. जब तक सरकार किसानों के हक में फैसला लेकर कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक वो भी किसानों के समर्थन में बॉर्डर पर डटे रहेंगे.
वहीं इन बच्चों के माता-पिता ने भी ईटीवी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि बच्चे टीवी देख कर यहां पर आने की जिद करने लगे और हम इन्हें लेकर यहां पर आए हैं क्योंकि हम भी किसान परिवार से हैं.