सोनीपत: दिल्ली बॉर्डर पर तीन कृषि कानूनों की वापसी को लेकर जारी हुआ आंदोलन अब अन्य मांगों पर आकर थम सा गया है. आंदोलन के भविष्य को लेकर सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक (samyukt kisan morcha meeting) शुरू हो चुकी है. सूत्रों से पता चला है कि ये बैठक सकारात्मक माहौल में हो रही है और आंदोलन को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
वहीं संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा गठित पांच सदस्यीय कमेटी और हरियाणा के उच्च अधिकारियों के बीच भी मंगलवार को बैठक हुई. ये बैठक किसी गुप्त स्थान पर आयोजित की गई थी. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में किसानों से आंदोलन खत्म करने को कहा गया है. साथ ही बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय द्वारा एक चिट्ठी भी किसानों को भेजी गई है. जिसमें आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने की बात लिखी गई है.
वहीं सिंघु बॉर्डर पर चल रही संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में तमाम बड़े किसान नेता बॉर्डर पर मौजूद हैं. इसी दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता दर्शनपाल सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी ओर से कमेटी बनाने के बाद भी बातचीत नहीं होने पर किसानों में बहुत ज्यादा गुस्सा है. उन्होंने कहा कि लोगों का कहना है कि दोबारा ट्रैक्टर मार्च (samyukt kisan morcha tractor rally) किया जाए.
वहीं सरकार से बात शुरू नहीं होने पर कमेटी के सदस्य शिव कुमार कक्का ने कहा कि केंद्र सरकार ही चाहती थी कि एक छोटी कमेटी बने जो सरकार से बातचीत करे इसलिये पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया. अपेक्षा थी कि सरकार की तरफ से अब आगे संवाद होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब किसान मोर्चा मंगलवार को आगे के कदम क्या हों, इस पर चर्चा कर निर्णय लेगा.
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बता दें कि इस बारे में सोमवार को भी देर शाम किसानों ने बैठक की थी. इस बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेताओं ने कहा था कि न तो राज्य सरकार और न ही केंद्र सरकार की तरफ से उनके पास कोई बुलावा आया है. इसलिए मंगलवार की बैठक में रणनीति तय होगी. दर्शनपाल सिंह ने कहा कि आज की बैठक में आंदोलन के अगले स्तर की रणनीति पर फैसला होगा.
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