सोनीपत: ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार (sushil kumar) जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या (sagar dhankar murder) के आरोप में जेल में बंद है. एक तरफ जहां जेल के अंदर सुशील कुमार की जान को खतरा बताया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ अब सागर धनखड़ के परिजनों ने भी सुशील कुमार से जान का खतरा बताया है.
सागर धनखड़ के मामा आनंद सिंह ने कहा कि दिन रात कोई उनका और उनके परिजनों का पीछा कर रहा है. किसी के हाथ में बंदूक दिखती है तो किसी के हाथ में कोई दूसरा हथियार. सुशील को जान का खतरा क्या होगा, हमें उससे जान का खतरा है.
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इसके साथ ही आनंद सिंह ने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा था कि दिल्ली पुलिस उनके साथ न्याय करेगी, लेकिन ऐसा नहीं है. दिल्ली पुलिस रिमांड के दौरान सुशील से कोई भी सुबूत इकट्ठा नहीं कर पाई है, इसलिए हम चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए.
दिल्ली पुलिस पर लगाए आरोप
सागर धनखड़ के मामा आनंद सिंह ने कहा कि शुरुआत में तो दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली ठीक थी, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे रिमांड पर दिल्ली पुलिस कुछ भी सबूत नहीं जुटा पाई और अब उन्हें सुशील कुमार से जान का खतरा है क्योंकि जब हम बाहर जाते हैं तो कोई ना कोई हथियारबंद उनका पीछा करता हुआ नजर आता है.
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आनंद सिंह ने कहा कि हम सागर धनखड़ हत्याकांड की जांच सीबीआई और किसी बड़ी जांच एजेंसी से करवाना चाहते हैं, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए और सुशील कुमार को सख्त से सख्त सजा मिले. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर भी जाएंगे और उनसे मुलाकात करने की कोशिश करेंगे.
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क्या है मामला?
पुलिस के मुताबिक 4 मई, 2021 को रात करीब एक-दो बजे दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सुशील कुमार अपने कुछ साथियों के साथ मौजूद था. सागर और उसके कुछ दोस्तों को सुशील के साथी स्टेडियम लेकर पहुंचे. यहां सुशील कुमार और उसके साथियों ने सागर को बुरी तरह से पीटा और उसकी हत्या कर दी. उसके बाद से ही सुशील कुमार फरार था. लेकिन 23 मई को उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया.