सोनीपत:पूरे देश के साथ हरियाणा में कोरोना वायरस ने अपना तांडव दिखाया है. एक समय जहां हरियाणा में एक्टिव केस की संख्या 30 से कम हो गई थी. उसी हरियाणा में आज हर दिन औसतन 600 से 700 संक्रमित मिल रहे हैं. कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या प्रदेश में 30,000 तक पहुंचती दिख रही. सरकार ने प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया और पान-गुटखा जैसे पदार्थों की बिक्री पर रोक लगा अप्रैल महीने से ही रोक लगाई हुई.
दावे बड़े लेकिन हकीकत क्या?
प्रशासन का भी दावा है कि प्रदेश में कोरोना वायरस से जुड़े तमाम नियम-कानून का सख्ती से पालन करवाया जा रहा है, लेकिन हकीकत क्या है? क्या हरियाणा में सच में पान-गुटखे दुकानों में नहीं मिल रहे हैं और सोनीपत जिले में इसका सेवन सार्वजनिक स्थानों पर करने से लोग बच भी रहे हैं या अपनी आदत से दूसरे के जान को खतरे में डाल रहे हैं.
संक्रमण को लेकर आम लोग कितने गंभीर?
सोनीपत जिले की बात करें तो यहां अबतक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2668 तक पहुंच गई है, लेकिन बावजूद इसके पूरे प्रदेश की तरह सोनीपत में लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी कर कोविड 19 के खतरे सरेआम न्यौता दे रहे हैं. खासकर बाइक सवार वे लोग जो ना तो मास्क ही पहन रहे हैं और ना ही हेलमेट. इतना ही नहीं बिना मास्क पहने ये लोग पान और गुटका चबाकर जगह-जगह पर थूकते भी रहते हैं, जिससे कोविड का खतरा और भी बढ़ जाता है.
चालान से भी सबक नहीं!
जिला पुलिस लगातार नियमों की अवहेलना करने वालों के चालान कर जुर्माना भी वसूल रही है. फिर भी काफी संख्या में लोग पुलिस से आंख-मिचौली कर बचकर निकल जाते हैं. प्रतिदिन कोविड नियमों की अवहेलना करने वाले सैंकड़ो लोगों के चालान किये जा रहे हैं, फिर भी काफी संख्या में लोग जमकर लापरवाही बरतते नजर आते हैं. जिला प्रशासन लगातार लीगों से अपील भी करता रहता है कि नियमों की अनदेखी ना करें और कोविड से खुद का और दूसरों का बचाव करें.
27 लोगों की जा चुकी है जान
हालांकि पुलिस लॉकडाउन में तो लोगों पर सख्ती करने में काफी हद तक कामयाब रही है, लेकिन अनलॉक में स्तिथि गंभीर बनी हुई है. सोनीपत जिले में अब तक कोरोना 27 लोगों की जान ले चुका है. 50 के करीब प्रतिदिन कोविड 19 के केस सामने आ रहे हैं, कईं बार तो हर रोज ये आंकड़ा सैंकड़े तक पहुंच जाता है.
2013 से ही प्रदेश में गुटखा बैन
सबसे अचरज वाली बात तो ये कि प्रदेश में गुटखा निर्माण, वितरण और बिक्री पर साल 2013 से प्रतिबंधित है. इसके बावजूद बाजारों, सड़कों और दफ्तरों के कोनों-कोनों में पान-मसाला खाकर थूकने से गंदगी और संक्रमण फैल रहा है. पान मसाला और सुपारी खाने से थूकने की प्रबल इच्छा होती है और इससे कोरोना वायरस के तेजी से फैलने की आशंका रहती है.
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संक्रमण बढ़ने में गुटखा भी वजह!
सरकार और जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है कि लोगों को बचाया जा सके, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद सोनीपत जिला, गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे नम्बर पर पहुंच चुका है. कारण दिल्ली कनेक्शन रहा हो, या कुछ और, लेकिन लोगों की बड़ी लापरवाही भी कोविड 19 का आंकड़ा कम करने में बाधा बनी हुई है.