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बारिश के कारण खराब हुई सब्जी की खेती से किसान परेशान तो महंगाई से आम आदमी बेहाल - मानसून सब्जी फसल नुकसान

इस बार की मानसून की ज्यादा बारिश सब्जी किसानों पर आफत बन कर बरसी है. ज्यादा बारिश से सब्जी की फसल को भारी नुकसान हुआ है.

Rain has damaged vegetable crops in gohana sonipat
Rain has damaged vegetable crops in gohana sonipat
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Published : Sep 1, 2020, 8:24 PM IST

सोनीपत: हरियाणा में अब की बार मानसून की बारिश उम्मीद से ज्यादा हुई है. इस बारिश का कुछ किसानों को फायदा मिला तो कुछ किसानों को बारिश से नुकसान हुआ है. धान की फसल लगाने वाले किसानों को बारिश का लाभ हुआ है. वहीं, सब्जी उगाने वाले किसानों को ज्यादा बारिश होने का नुकसान उठाना पड़ा है.

तोरी, लौकी, करेला, कद्दू, खीरा, टमाटर, पालक, धनिया और मिर्च आदि की फसलों को ज्यादा बारिश ने बर्बाद कर दिया है. गोहाना क्षेत्र में किसानों ने करीब 500 से 600 एकड़ में सब्जी उगाई थी. उन्हें उम्मीद थी कि फसल अच्छी होगी तो फायदा मिलेगा. लेकिन किसानों को घाटा उठाना पड़ा है. किसानों को उनकी लागत तक नहीं मिली है.

बारिश ने बर्बाद की सब्जी किसानों की मेहनत, देखें वीडियो

किसानों को हुआ भारी नुकसान

किसान वीरेंद्र सिंह, विकास और नफे सिंह ने बताया कि ज्यादा बारिश की वजह से आपकी बार सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसानों ने बताया कि अबकी बार बारिश की वजह से बेल वाली सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. जो लागत सब्जी की फसल में लगाई थी वो भी अब की बार पूरी नहीं हुई है. किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

प्रशासन ने माना हुआ नुकसान

बागवानी विभाग के फिल्डमैन संदीप सांगवान ने बताया कि आपकी बार गोहाना उपमंडल में ज्यादा बारिश होने की वजह से बेल वाली सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. हरियाणा सरकार ने बेल वाली सब्जी को बास लगाकर फसल लगवाने के लिए निर्देश दिए हैं. उस पर सब्सिडी भी दी जाती है लेकिन ज्यादातर किसान जमीन में ही अपनी बेल वाली सब्जियों की फसल लगाते हैं. उन्होंने कहा कि बारिश आने की वजह से नुकसान पहुंचता है.

सब्जियों के दाम बढ़े

पैदावार कम होने से गोहाना में सब्जी किसान फसल लेकर मंडी में नहीं पहुंच रहे हैं. जिस कारण सब्जी बाहर से आ रही है. जिससे सब्जियों के दाम बढ़ चुके हैं. इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है.

'पिछले साल की तुलना में दोगुने हुए दाम'

सब्जी व्यापारी ईश्वर का कहना है कि बारिश ज्यादा होने की वजह से सब्जी दामों में इजाफा हुआ है. पहले आलू 10 रुपये किलो बिकता था अब 36 रुपये किलो है. इसके साथ ही सभी सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले साल बारिश नहीं थी तो इन दिनों में घिया 10 रुपये किलो बिकती थी, टमाटर 20 रुपये किलो बिकता था, लेकिन अब 60 किलो टमाटर बिक रहा है.

महंगी सब्जी से ग्राहक परेशान

सब्जी खरीदने आए ग्राहक संजय ने बताया कि सब्जी के भाव लगातार बढ़ रहे हैं. पहले आलू 70 से 80 रुपये के 5 किलो मिलते था अभी 180 रुपये में मिल रह है. तोरी पहले 10 से 12 रुपये प्रति किलो होती थी अब 30 रुपये किलो मिल रही है. टमाटर के भाव 20 से 25 रुपये प्रति किलो होते थे. लेकिन अब 60 रुपये प्रति किलो है. उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई से घर चलाना मुश्किल हो रहा है.

ये भी पढ़ें- प्रणब दा ने बदल दी नूंह जिले के इस गांव की तस्वीर, लोगों को हमेशा रहेंगे याद

सोनीपत: हरियाणा में अब की बार मानसून की बारिश उम्मीद से ज्यादा हुई है. इस बारिश का कुछ किसानों को फायदा मिला तो कुछ किसानों को बारिश से नुकसान हुआ है. धान की फसल लगाने वाले किसानों को बारिश का लाभ हुआ है. वहीं, सब्जी उगाने वाले किसानों को ज्यादा बारिश होने का नुकसान उठाना पड़ा है.

तोरी, लौकी, करेला, कद्दू, खीरा, टमाटर, पालक, धनिया और मिर्च आदि की फसलों को ज्यादा बारिश ने बर्बाद कर दिया है. गोहाना क्षेत्र में किसानों ने करीब 500 से 600 एकड़ में सब्जी उगाई थी. उन्हें उम्मीद थी कि फसल अच्छी होगी तो फायदा मिलेगा. लेकिन किसानों को घाटा उठाना पड़ा है. किसानों को उनकी लागत तक नहीं मिली है.

बारिश ने बर्बाद की सब्जी किसानों की मेहनत, देखें वीडियो

किसानों को हुआ भारी नुकसान

किसान वीरेंद्र सिंह, विकास और नफे सिंह ने बताया कि ज्यादा बारिश की वजह से आपकी बार सब्जी की फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसानों ने बताया कि अबकी बार बारिश की वजह से बेल वाली सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. जो लागत सब्जी की फसल में लगाई थी वो भी अब की बार पूरी नहीं हुई है. किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

प्रशासन ने माना हुआ नुकसान

बागवानी विभाग के फिल्डमैन संदीप सांगवान ने बताया कि आपकी बार गोहाना उपमंडल में ज्यादा बारिश होने की वजह से बेल वाली सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. हरियाणा सरकार ने बेल वाली सब्जी को बास लगाकर फसल लगवाने के लिए निर्देश दिए हैं. उस पर सब्सिडी भी दी जाती है लेकिन ज्यादातर किसान जमीन में ही अपनी बेल वाली सब्जियों की फसल लगाते हैं. उन्होंने कहा कि बारिश आने की वजह से नुकसान पहुंचता है.

सब्जियों के दाम बढ़े

पैदावार कम होने से गोहाना में सब्जी किसान फसल लेकर मंडी में नहीं पहुंच रहे हैं. जिस कारण सब्जी बाहर से आ रही है. जिससे सब्जियों के दाम बढ़ चुके हैं. इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है.

'पिछले साल की तुलना में दोगुने हुए दाम'

सब्जी व्यापारी ईश्वर का कहना है कि बारिश ज्यादा होने की वजह से सब्जी दामों में इजाफा हुआ है. पहले आलू 10 रुपये किलो बिकता था अब 36 रुपये किलो है. इसके साथ ही सभी सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले साल बारिश नहीं थी तो इन दिनों में घिया 10 रुपये किलो बिकती थी, टमाटर 20 रुपये किलो बिकता था, लेकिन अब 60 किलो टमाटर बिक रहा है.

महंगी सब्जी से ग्राहक परेशान

सब्जी खरीदने आए ग्राहक संजय ने बताया कि सब्जी के भाव लगातार बढ़ रहे हैं. पहले आलू 70 से 80 रुपये के 5 किलो मिलते था अभी 180 रुपये में मिल रह है. तोरी पहले 10 से 12 रुपये प्रति किलो होती थी अब 30 रुपये किलो मिल रही है. टमाटर के भाव 20 से 25 रुपये प्रति किलो होते थे. लेकिन अब 60 रुपये प्रति किलो है. उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई से घर चलाना मुश्किल हो रहा है.

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