सोनीपत: ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल को लेकर पिछले काफी लंबे (protest against E Tendering in Sonipat) समय से हरियाणा में नवनिर्वाचित सरपंच और जिला पार्षद लगातार सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं. बुधवार को सोनीपत के बीडीपीओ कार्यालय में झोटे के गले में पंचायत राज मंत्री देवेंद्र बबली का फोटो डालकर उसके सामने बैंड बजा कर (jhotta protest against Panchayat Minister) आपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदर्शन किया. वहीं, प्रदर्शन कर रहे सरपंचों ने साफ कह दिया कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा.
अपनी मांगों को मनवाने के लिए नवनिर्वाचित सरपंच और जिला पार्षदों ने झोटे के सामने प्रदर्शन (jhotta protest in Sonipat)किया. सरपंचों ने पहले तो झोटे के गले में घंटी की जगह पंचायत राज्य मंत्री देवेंद्र बबली का फोटो पहनाया गया और बाद में उसके सामने बीन बजा कर उसे अपनी मांगों को लेकर जगाया गया. इस अनोखे प्रदर्शन से नवनिर्वाचित सरपंच और जिला पार्षदों ने सरकार को संदेश दिया कि अगर सरकार ने ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल व्यवस्था को खत्म नहीं किया तो वह सरकार के खिलाफ प्रदेश व्यापी आंदोलन चलाने में मजबूर हो जाएंगे.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सबक सिखाया जाएगा. जिला पार्षद संजय बड़वासनिया सरपंच राकेश व अन्य ने कहा कि पहले तो राइट टू रिकॉल विधानसभा (protest against E Tendering in Sonipat) में लेकर आया जाए उसके बाद छोटी सरकारों पर इसे लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि हम 2 लाख रुपए में गांव का कोई भी विकास कार्य नहीं करा पाएंगे और हम टोहाना में एक महापंचायत करने जा रहे हैं. जिसमें सरकार के खिलाफ बिगुल बजा देंगे. आज हमने झोटे को पंचायती राज मंत्री देवेंद्र बबली मान लिया और वह हमारी मांगें सुनने आया था और उसने हमारी मांगें नहीं मानी जिसको लेकर अब हम आगामी रणनीति बना रहे हैं.
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