सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत के गांव खेड़ी गुज्जर के डाकघर में पिछले दो महीनों से पेंशन नहीं मिलने के कारण पेंशनर परेशान हैं. वृद्धावस्था, दिव्यांग और विधवा पेंशन के पात्र डाकघर के रोज चक्कर काट रहे हैं, लेकिन डाकघर में पेंशन नहीं आने से उन्हें बैरंग घर लौटना पड़ रहा है. ऐसे में बुजुर्गों ने गुरुवार को डाक विभाग और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया.
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क्या कहते हैं पेंशनर?: पेंशनरों का कहना है कि कई बुजुर्ग पेंशन पर ही निर्भर रहते हैं. पेंशन नहीं मिलने के कारण उनके सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरा करने का संकट खड़ा हो गया है. जब भी वे पेंशन के लिए डाकघर पहुंचते हैं तो कभी कर्मचारी उन्हें पेंशन न आने का तो कभी अधिकारियों के न होने का बहाना देकर घर भेज देते हैं. ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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डाकघर के कर्मचारियों पर आरोप: बता दें कि खेड़ी गुज्जर गांव के डाकघर में खेड़ी गुज्जर, अटायल और भौरा रसूलपुर के ग्रामीणों को पेंशन मिलती है. अटायल गांव के बुजुर्गों ने बताया कि डाकघर के कर्मचारी सही समय पर पेंशन का वितरण नहीं कर रहे हैं. वे बुजुर्गों के चक्कर कटवा रहे हैं. इसके चलते बुजुर्गों को डाक विभाग व सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करना पड़ा है. बुजुर्गों का कहना है कि, डाकघर कर्मचारियों को चाहिए कि सही समय पर सभी बुजुर्गों को पेंशन वितरण करें, ताकि बुजुर्ग पेंशन से दवाइयां और अन्य जरूरतों को सही समय पर पूरा कर सकें.
पेंशन नहीं मिलने से पेंशनर्स परेशान: पेंशनरों ने बताया कि, डाकखाने का पोस्टमैन अंकित के पास जब भी पेंशन के बारे में पूछने जाते हैं तो वह खाते में पैसे नहीं आने की बात कह कर उन्हें वापस लौटा देता है. खाते में पैसे नहीं आए लिखी पर्चियां भी उनके हाथों में थमा दी है. जबकि गन्नौर के अधिकारी खाते में पेंशन होने की बात करते हैं. ऐसे में उन्हें स्पष्ट जवाब देने वाला कोई नहीं है.
डाकघर में अनियमितता का माहौल: पेंशनरों ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से डाकखाने में पेंशन के लिए पहुंच रहे हैं. डाकखाने का पोस्टमैन अंकित पिछले कई दिनों से छुट्टी पर है. जिस वजह से कई बार डाकखाना बंद भी मिलता है. बुधवार को भी पोस्टमैन छुट्टी पर था, जिसके चलते डाकखाना भी बंद पड़ा था. केवल एक महिला स्टाफ डाकखाना पहुंची थी, जिसके पास डाकखाने की चाबी न होने की वजह से उसे भी डाकखाना के बाहर बैठ कर काम करने को मजबूर होना पड़ा.