सोनीपत: तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली के बॉर्डरों पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार से किसानों से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. कृषि कानूनों में क्या काला है? और क्यों किसान इनका विरोध कर रहे हैं. इसके लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से एक किताब लॉन्च की गई है.
प्रेस वार्ता कर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने सवाल किया था कि तीन कृषि कानूनों में काला क्या है? पीएम मोदी के इस सवाल का जवाब देने के लिए हमने किताब जारी की है. जिसमें ये बताया गया है कि किसान क्यों इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं और अगर ये कानून आ गए तो इससे किसानों का क्या नुकसान होगा.
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PM को किताब भेजेंगे किसान
चढूनी ने कहा कि किताब की 10 हजार कॉपियां जारी की गई हैं. साथ ही 5 हजार कॉपियां भी जल्द ही जारी की जाएंगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि देश के प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को भी ये किताब भेजी जाएगी, ताकि उन्होंने भी पता चल सके कि आखिर कानूनों में काला क्या है.